ऐसे कपड़ों को पहनकर कार चलाने से कट सकता है चालान, ट्रैफिक पुलिस का कैमरा तुरंत कर देगा कार्रवाई
तकनीकी प्रगति और इसके असर
भारतीय शहरों में ट्रैफिक पुलिस ने व्यापक पैमाने पर एआई कैमरों का उपयोग शुरू किया है जो नियमों का पालन सुनिश्चित करने में सहायक हैं. ये कैमरे खासकर बेंगलुरु और मैसूर जैसे तकनीकी रूप से सक्रिय शहरों में सड़कों पर नज़र रखते हैं. इनसे ट्रैफिक पुलिस को बिना मौजूद रहे नियमों का पालन कराने में आसानी होती है.
एआई कैमरों की सटीकता और उनके द्वारा आम चुनौतियां
हालांकि एआई कैमरे कभी-कभी गलत चालान भी काट देते हैं जैसे कि केशव किसलय का मामला जहां उन्हें गलती से चालान मिला क्योंकि कैमरा उनकी ब्लैक टी-शर्ट को सीटबेल्ट के रूप में पहचान नहीं पाया. ऐसी गड़बड़ियां तकनीक के अधिक सटीक होने की आवश्यकता को उजागर करती हैं.
चालान से निपटने के लिए उपभोक्ता के अधिकार
ऐसे मामलों में उपभोक्ताओं को चालान के खिलाफ अपील करने का अधिकार है. केशव ने सोशल मीडिया और ईमेल के जरिए अपनी समस्या को प्रमुखता से उठाया जिससे उनका चालान रद्द हो गया. यह दर्शाता है कि उपभोक्ता के पास गलत चालान के खिलाफ सुरक्षित उपाय मौजूद हैं.
तकनीकी सुधार और भविष्य की योजनाएं
बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने ऐसी समस्याओं की पहचान कर ली है और दिसंबर 2023 से मैनुअल चेकिंग के माध्यम से चालान जारी करने की प्रक्रिया अपनाई है. इससे पहले कि चालान फाइनल हो वे इसे अच्छी तरह से जांच लेते हैं ताकि गलत चालान ना हो.