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इस एक्सप्रेसवे के कारण 3 राज्य के लोगों को होगा सीधा फायदा, जाने कौनसा है ये एक्सप्रेसवे

भारतीय परिवहन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है। यह एक्सप्रेसवे जिसे 2024 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। भारत की अब तक की सबसे बड़ी...
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Delhi-Mumbai Expressway In Rajasthan
   

भारतीय परिवहन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है। यह एक्सप्रेसवे जिसे 2024 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। भारत की अब तक की सबसे बड़ी और सबसे लंबी एक्सप्रेसवे परियोजना है।

दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे न केवल भारतीय परिवहन ढांचे में एक नवाचार है। बल्कि यह देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इसके पूरा होने पर यह परियोजना भारत को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की उम्मीद करती है।

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एक महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्घाटन

पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एक्सप्रेसवे के वडोदरा-मुंबई सेक्शन का उद्घाटन किया था। यह परियोजना देश के परिवहन ढांचे को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक कदम है।

दिल्ली से मुंबई आधे समय में सफर

इस एक्सप्रेसवे के पूरा होने पर दिल्ली से मुंबई तक का सफर मात्र 12 घंटे में पूरा हो सकेगा जो कि वर्तमान में 24 घंटे का समय लेता है। इससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि ईंधन की खपत में भी कमी आएगी।

एक्सप्रेसवे की मुख्य विशेषताएं

इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1,350 किमी है जो भारत के प्रमुख शहरों जैसे कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत को जोड़ती है। इसमें 30 लेन के टोल प्लाजा शामिल हैं जो वाहनों के लिए लगभग तुरंत पास होने की सुविधा प्रदान करते हैं।

यात्री सुविधाओं का ध्यान

यात्रियों की सुविधा के लिए इस एक्सप्रेसवे पर कार पार्किंग, ईंधन पंप, रेस्तरां, सेवा क्षेत्र, शौचालय और बच्चों के खेलने का क्षेत्र जैसी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। मुख्य रूप से इसमें वन्यजीव क्रॉसिंग भी शामिल है जो भारत के एक्सप्रेसवे में पहली बार होगा।

छह राज्यों को जोड़ती एक सड़क

यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे छह राज्यों को जोड़ेगा। जिससे इन राज्यों के बीच सड़क संपर्क में काफी सुधार होगा।

आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त करता

यह एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा समय को कम करेगा बल्कि आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा। इससे क्षेत्रीय संपर्क सुदृढ़ होगा और व्यापार, पर्यटन तथा रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।