बिजली विभाग के इंजीनियर अब शेड्यूल से टाइम निकालकर स्कूल के टॉप 3 छात्रों का करेंगे मार्गदर्शन, जाने सरकार के नए प्लान के बारे में डिटेल
इस बारे में राज्य के बिजली निगमों ने खाका बनाया है। इस योजना के अनुसार, इंजीनियर अपने इलेक्ट्रिकल शेड्यूल से समय निकालकर स्कूल के शीर्ष 3 छात्रों को चुनकर उनकी रुचि या योग्यता के अनुसार उन्हें आगे मार्गदर्शन देंगे। विद्यार्थी बारहवीं कक्षा पूरी करने तक यह काम जारी रहेगा।
दिशानिर्देश जारी
पीके दास ने बताया कि राज्य में लगभग 442 सब-स्टेशन हैं, जिनमें से चार से पांच पर एसडीओ का कार्य है। 300 से अधिक ऐसे इंजीनियर इस क्षेत्र में कार्यरत हैं। इस सामाजिक अभियान में शामिल किए जाएंगे उनमें से जो स्वेच्छा से सरकारी स्कूलों के शीर्ष दस विद्यार्थियों की सहायता करेंगे। उनका दावा था कि इस बारे में निर्देश जारी किए गए हैं।
वंचित बच्चों को सहायता दी जाएगी
पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन ने कहा कि योजना का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब बच्चों को आगे बढ़ने में मदद करना होगा, लेकिन स्कूलों में पढ़ने के लिए होनहार और उत्सुक विद्यार्थियों को पहले प्राथमिकता दी जाएगी ताकि समस्याओं और विषयों को दूर किया जा सके। उनके सपनों को पूरा करने में सामने आने वाली चुनौतियों को हल किया जा सकता है।
इसलिए लिया गया फैसला
हरियाणा पावर कॉरपोरेशन (Haryana Power Corporation) के चेयरमैन पीके दास ने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले होनहार विद्यार्थी, जो डॉक्टर या इंजीनियर बनने का सपना देखते हैं, संसाधनों की कमी से वंचित रह जाते हैं।
राज्य के बिजली घरों में इन छात्रों की मदद करने के लिए जिम्मेदार एसडीओ स्तर के इंजीनियर अंग्रेजी, गणित, भौतिकी और रसायन विज्ञान जैसे विषयों में उनकी मदद करेंगे। यह भी आपको एनईईटी, जेईई और जेईई एडवांस परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद करेगा। उनका कहना था कि यह अभियान नए वर्ष से शुरू होने जा रहा है।