फसल बेचने के बाद भी 25 हजार किसानों के खाते में नही आए पैसे, जाने क्या है इसकी वजह
गुरुग्राम जिले के किसानों की परेशानी का कारण बनी हुई है मंडी में फसल का उठान न होना। जिले की तीन प्रमुख मंडियों - पटौदी, फरुखनगर और हेली मंडी - में 25000 से ज्यादा किसानों की खरीदी गई फसल का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा अभी तक मंडियों से नहीं उठाया गया है।
इस कारण किसान अगली फसल की बुवाई और पिछले साल के कर्जे को चुकाने में असमर्थ हैं। ये कदम गुरुग्राम में किसानों की वर्तमान दिक्कतों को हल करने के लिए उठाए गए हैं। यह प्रक्रिया न सिर्फ किसानों को राहत देगी। बल्कि भविष्य में इसी तरह की समस्याओं के समाधान के लिए एक मानक प्रक्रिया भी स्थापित करेगी।
भुगतान की प्रतीक्षा में किसान
किसानों ने अपनी फसल समय पर मंडी में पहुंचाई और बिक्री भी कर दी। लेकिन फसल का उठान न होने के कारण उन्हें अब तक उसका भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है। इससे किसानों को आर्थिक रूप से काफी नुकसान हो रहा है और उन्हें अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने में भी दिक्कत आ रही है।
प्रशासन की कार्रवाई और दिशा-निर्देश
गुरुग्राम के जिला कलेक्टर निशांत यादव ने हालात का जायजा लेने के लिए मंडियों का दौरा किया और अधिकारियों को तत्काल बैकलॉग पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर दो दिनों में फसलों का उठान पूरा नहीं किया गया, तो संबंधित ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। यह कदम किसानों को राहत प्रदान करने के लिए उठाया गया है।
किसानों के लिए आगे की योजना
डीसी यादव ने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द किया जाएगा। उन्होंने मंडी प्रशासन को निर्देश दिए कि वे गेट पास बारदाना और फसल तुलाई की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करें ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।