पढ़े लिखे लोग भी नही जानते Helicopter और Chopper के बीच असली अंतर, हर कोई कर बैठता है ये गलती
हेलीकॉप्टर जिसे आम तौर पर हम 'चॉपर' के नाम से भी जानते हैं आज के समय में अक्सर आसमान में देखा जा सकता है। इसकी खासियत होती है इसके ऊपर लगे पंख जो इसे उड़ान भरने में सक्षम बनाते हैं। हेलीकॉप्टर अपने कॉम्पैक्ट आकार के कारण कहीं भी आसानी से उतर सकता है, जिसके लिए उसे किसी रनवे की जरूरत नहीं पड़ती। यह आमतौर पर कम संख्या में यात्रियों को ले जा सकता है जो इसे व्यक्तिगत या छोटे समूह के लिए उपयुक्त बनाता है।
चॉपर
भारतीयों में अक्सर यह भ्रम रहता है कि हेलीकॉप्टर और चॉपर दो अलग चीजें हैं। हालांकि दोनों शब्द समान विमान के लिए इस्तेमाल होते हैं। 'चॉपर' शब्द का उपयोग अक्सर हेलीकॉप्टर के लिए एक साधारण या बोलचाल की भाषा में किया जाता है। यह शब्द अंग्रेजी में 'काटना' से आया है जिसे हेलीकॉप्टर के ब्लेड की क्रिया से जोड़ा जा सकता है जो हवा को काटते हुए उड़ान भरते हैं।
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हेलीकॉप्टर की उड़ान की विशेषताएं
हेलीकॉप्टर की प्रमुख विशेषता इसकी वर्टिकल लिफ्टिंग क्षमता है जो इसे विशेष रूप से बचाव मिशनों, मेडिकल आपातकाल, और अन्य जल्दी प्रतिक्रिया आवश्यकताओं के लिए सही बनाती है। यह ब्लेड की गति और नियंत्रण के माध्यम से आसानी से ऊपर और नीचे उठ सकता है और स्थानीय क्षेत्र में जल्दी उड़ान भर सकता है।
भारतीय संदर्भ में हेलीकॉप्टर का महत्व
भारत में हेलीकॉप्टर का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है जैसे कि पर्यटन, वीआईपी परिवहन, आपदा प्रबंधन, और सुरक्षा अभियानों में। इसकी विशेष क्षमताओं के कारण यह भारतीय सशस्त्र बलों के लिए भी एक महत्वपूर्ण संसाधन बन चुका है।