home page

फुल करके AC चलाएँगे तो भी कम आएगा बिजली का बिल, बस AC चलाते वक्त फ़ॉलो कर ले ये टिप्स

गर्मियों का महीना अप्रैल आते ही धूप और तापमान में इजाफा होने लगता है। जिससे एयर कंडीशनर (एसी) की मांग में भी उल्लेखनीय वृद्धि होती है। मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष गर्मी पहले से भी अधिक तीव्र....
 | 
tips to reduce AC bill
   

गर्मियों का महीना अप्रैल आते ही धूप और तापमान में इजाफा होने लगता है। जिससे एयर कंडीशनर (एसी) की मांग में भी उल्लेखनीय वृद्धि होती है। मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष गर्मी पहले से भी अधिक तीव्र होने की संभावना है। जिससे लोगों को ज्यादा समय तक एसी चलाने की जरूरत पड़ सकती है।

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

इसका सीधा असर बिजली के बिलों पर पड़ना तय है। इन सरल उपायों को अपनाकर न केवल आप गर्मी के मौसम में अपने कमरे को आरामदायक बना सकते हैं बल्कि अपने बिजली बिल पर भी खासी बचत कर सकते हैं। ये सभी टिप्स एसी के प्रभावी और जिम्मेदार उपयोग को सुनिश्चित करते हैं, जिससे आपका जीवन और भी सुविधाजनक और सुखद हो सकता है।

ये भी पढ़िए :- अमीर मर्दों के घरों में घंटो बिताने के लिए बदले मोटी फीस लेती है ये लड़की, लग्जरी लाइफ के साथ हर महीने कर रही है तगड़ी कमाई

एसी चलाने के सही तरीके

अक्सर लोगों का यह मानना होता है कि एसी का तापमान जितना कम होगा, कमरा उतनी तेजी से ठंडा होगा। हालांकि वास्तव में एसी का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस पर सेट करना आदर्श होता है।

यह तापमान मानव शरीर के लिए आरामदायक होता है और बिजली की खपत भी कम करता है। यहाँ यह जानना महत्वपूर्ण है कि एसी में प्रत्येक डिग्री तापमान कम करने पर लगभग 6% अधिक ऊर्जा की खपत होती है।

Air-Conditioner

एसी के मेंटेनेंस की अहमियत

एक और महत्वपूर्ण पहलू है एसी की नियमित सफाई और मेंटेनेंस। अक्सर घरों में एसी के फिल्टर्स धूल से बंद हो जाते हैं। जिससे उनकी कूलिंग एफिसिएंसी प्रभावित होती है। इसलिए नियमित अंतराल पर फिल्टर्स की सफाई और जरूरत पड़ने पर उनकी सर्विसिंग अत्यंत जरूरी है।

ये भी पढ़िए :- भारत के इन गांवो में लाल चींटी की चटनी के दीवाने है लोग, गजब स्वाद से लेकर इन रोगों में मिलता है आराम

एसी और पंखे का संयुक्त उपयोग

बहुत से लोग यह नहीं जानते कि एसी के साथ पंखा चलाने से कमरा जल्दी ठंडा होता है और इससे बिजली की खपत भी कम होती है क्योंकि एसी को छोटी अवधि के लिए चलाने की आवश्यकता पड़ती है। इसके अलावा एसी में टाइमर सेट करने से भी ऊर्जा की बचत होती है। क्योंकि यह निश्चित समय के बाद स्वयं बंद हो जाता है।