नोएडा में यमुना नदी पर बनेगा 9KM लंबा पुल, इन राज्यों के लोगों को होगा फायदा
fng-expressway: फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (एफएनजी) के बीच संपर्क साधने वाली इस परियोजना को नए सिरे से जीवन देने की तैयारी जोरों पर है. सर्वेक्षण कार्य अपने अंतिम चरण में है और परियोजना की शुरुआत के लिए जमीनी तैयारी लगभग पूरी की जा चुकी है. यह परियोजना क्षेत्रीय यातायात में सुधार और जाम से निजात दिलाने का वादा करती है.
यातायात में सुधार
इस परियोजना के पूरा होने से फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद के बीच आना जाना (ease of commute) अधिक आसान हो जाएगा. यमुना नदी (Yamuna river crossing) के ऊपर बनने वाले नए पुल से वाहन चालकों को बड़े घूमावदार मार्गों से मुक्ति मिलेगी और समय की बचत होगी. फिलहाल यह मार्ग दिल्ली के कालिंदीकुंज (Kalindi Kunj traffic) से होकर गुजरता है, जहाँ अक्सर भीषण जाम (severe traffic jams) की समस्या रहती है.
पुल की उचाई और डिजाइन
यमुना नदी पर प्रस्तावित पुल करीब 14 मीटर की ऊंचाई (Yamuna bridge height) पर बनाया जाएगा जिससे बाढ़ के समय भी यातायात बाधित नहीं होगा. इस पुल के निर्माण से जुड़ी सड़कें भी काफी ऊंचाई पर होंगी जिससे वाहनों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित हो सकेगी.
परियोजना पर खर्च का अनुमान
इस पुल के निर्माण पर कुल 200 से 250 करोड़ रुपये (bridge construction cost) का खर्च आने की संभावना है. इस निवेश से न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था (local economy boost) में भी बढ़ोतरी होगी.
फरीदाबाद में निर्माणाधीन सड़कें
फरीदाबाद में एफएनजी के तहत लगभग 9 किमी लंबी सड़क (FNG Faridabad road construction) का निर्माण किया जाएगा. यह सड़क ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-88 से शुरू होकर लालपुर में यमुना के किनारे तक जाएगी. यह मार्ग स्थानीय लोगों के लिए यात्रा समय को कम करने में महत्वपूर्ण साबित होगा.
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यमुना नदी पर प्रस्तावित पुल
यमुना नदी पर प्रस्तावित पुल 600 मीटर लंबा होगा (Yamuna river bridge project). इस पुल के निर्माण में आने वाले लगभग 150-200 करोड़ के बजट को उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सरकारें 50-50% भागीदारी से वहन करेंगी.
नोएडा में काम की स्पीड
नोएडा में एफएनजी के काम में काफी प्रगति (FNG progress in Noida) हुई है. इस एक्सप्रेसवे के पूरा होने के लिए दोनों राज्यों की सरकारों के बीच समन्वय (interstate coordination) आवश्यक है, जिससे यह परियोजना निर्धारित समय में सफलतापूर्वक पूरी हो सके.