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इस फ्रूट की खेती करके किसान हो सकते है मालामाल, हर सीजन में रहती है तगड़ी डिमांड

बाराबंकी के किसानों ने खेती के पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों को अपनाकर ड्रैगन फ्रूट की खेती में नई तकनीक का उपयोग किया है.
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kaise karen dragon fruit ki kheti: बाराबंकी के किसानों ने खेती के पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों को अपनाकर ड्रैगन फ्रूट की खेती में नई तकनीक का उपयोग किया है. यह फल न केवल उन्हें अच्छी आमदनी दे रहा है बल्कि स्थानीय कृषि जगत में एक नई राह भी दिखा रहा है.

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आईपीएम तकनीक से लाभ

कृषि अधिकारियों के अनुसार इंटीग्रेटेड पेस्ट मैनेजमेंट (IPM) का उपयोग करके ड्रैगन फ्रूट की खेती करने से किसानों को बड़े पैमाने पर लाभ हो रहा है. इस विधि से फसलों पर कीटों का प्रकोप कम होता है और फलों की गुणवत्ता में सुधार होता है.

ड्रैगन फ्रूट की खासियत

ड्रैगन फ्रूट जिसे पिताया भी कहा जाता है अपनी आकर्षक उपस्थिति और स्वास्थ्यवर्धक गुणों के लिए जाना जाता है. इसके दूध को भी ज्यादा प्रोटीन सामग्री के लिए सराहा जाता है जो बाजार में इसकी ज्यादा कीमतों का कारण बनता है.

कृषि विकास की और नई तकनीक

विष्णु प्रकाश सिंह जैसे किसानों ने कृषि प्रशिक्षण और नई तकनीकों के प्रयोग के माध्यम से अपने कृषि कार्यों को उन्नत बनाया है. इससे न केवल उनकी आमदनी बढ़ी है बल्कि उन्होंने खेती के प्रति अन्य किसानों का नजरिया भी बदला है.

प्राकृतिक खेती की ओर अग्रसर

बाराबंकी के कृषि अधिकारी ने किसानों को प्राकृतिक खेती की ओर अग्रसर करने के लिए प्रेरित किया है. इससे किसानों को केमिकल-फ्री खेती करने में मदद मिली है, जिससे उनके उत्पादों की गुणवत्ता और बाजार में मांग दोनों में वृद्धि हुई है.