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फसल की गिरदावरी का काम खुद कर सकेंगे किसान, जान लो ये जानकारी

भारतीय कृषि क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। राज्य सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए फसल की गिरदावरी करने की प्रक्रिया को डिजिटल बना दिया है।
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भारतीय कृषि क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। राज्य सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए फसल की गिरदावरी करने की प्रक्रिया को डिजिटल बना दिया है। अब किसान अपने मोबाइल से ही अपने खेत की गिरदावरी कर सकेंगे, जिससे उनका समय और श्रम दोनों बचेगा।

किसान गिरदावरी ऐप

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राज्य सरकार ने 'राज. किसान गिरदावरी ऐप' को विकसित किया है जो गूगल प्ले स्टोर पर है। किसानों को इस ऐप को डाउनलोड करने के बाद जन आधार से लॉगिन करना होता है जिसके बाद वे स्वयं अपनी फसल की गिरदावरी कर सकते हैं। यह प्रक्रिया न केवल किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ती है बल्कि उन्हें अधिक मजबूत भी बनाती है।

गिरदावरी की प्रक्रिया की सरलता

कृषि विभाग द्वारा बताए गए अनुसार किसान को पहले अपने आधार कार्ड की सीडिंग करानी पड़ती है। इसके बाद एक ओटीपी किसान के मोबाइल पर भेजा जाता है, जिसे ऐप में दर्ज करने के बाद किसान अपने खेत के खसरा नंबर का चयन कर सकते हैं और अपनी फसल की गिरदावरी कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में किसानों को अपने खेत की फसल के फोटो भी ऐप के माध्यम से अपलोड करने होते हैं।

ई-गिरदावरी के लाभ

ई-गिरदावरी सिस्टम से किसानों को कई तरह के लाभ होंगे। पहला, यह फसल गिरदावरी की प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाता है क्योंकि गिरदावरी का डेटा सीधे किसान द्वारा दर्ज किया जाता है। दूसरा किसान अपनी फसल की सही और वास्तविक जानकारी सरकार तक पहुँचा सकते हैं, जिससे सरकारी योजनाओं और सहायता का लाभ उन्हें सही तरीके से मिल सकता है।