Fasal Bima Yojana: खरीफ फसलों का बीमा करवाने की अंतिम तारीख नजदीक, जल्दी से कर ले ये काम
Fasal Bima Yojana: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (Ministry of Agriculture and Farmers Welfare) ने बताया कि इस वर्ष खरीफ फसलों की बुवाई में पिछले साल की तुलना में बढ़ोतरी हुई है. 20 अगस्त 2024 तक खरीफ फसलों की बुवाई 1031 लाख हेक्टेयर में की गई है, जिसमें चावल, दलहन, तिलहन, गन्ना और मोटे अनाज शामिल हैं.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का क्रियान्वयन
केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana - PMFBY) के अंतर्गत खरीफ फसलों के बीमा की सुविधा दी है. यह योजना फसलों को बाढ़, सूखा, ओलावृष्टि, और कीट पतंगों जैसी आपदाओं से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए बीमा कवर दिया है.
इन राज्यों में बीमा योजना की अंतिम तिथि
झारखंड और त्रिपुरा राज्यों के किसानों के लिए खरीफ फसलों के बीमा करने की अंतिम तिथि को 31 अगस्त 2024 तक बढ़ाया गया है. इससे किसानों को अपनी फसलों और आय की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी.
किसान क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए विशेष सुविधा
केंद्र सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card - KCC) धारकों के लिए भी बीमा योजना में निबंधन की सुविधा प्रदान की है. इस योजना के तहत आवेदन करने की समय सीमा 25 अगस्त 2024 तक है, जिसे पहले 16 अगस्त तक रखा गया था.
अधिसूचित फसलों का बीमा
इस योजना के तहत विभिन्न खरीफ और रबी फसलों को अधिसूचित किया गया है. इनमें धान, सोयाबीन, मक्का, बाजरा, अरहर, ज्वार, कोदो-कुटकी, मूंगफली, तिल, कपास, मूंग, उड़द, गेहूं, जौ, चना, सरसों, मसूर, अलसी और मटर शामिल हैं. वाणिज्यिक और बागवानी फसलों में गन्ना, काजू, कॉफी, नारियल, आम, केला और पपीता फसलें भी शामिल हैं.
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और हेल्पलाइन सुविधा
किसान pmfby.gov.in पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. फसल बीमा के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आधार नंबर, बैंक पासबुक, जमीन के कागजात, और फसल बुवाई का प्रमाणपत्र शामिल हैं. हेल्पलाइन नंबर 14599 पर कॉल करके या helpdesk@csc.gov.in पर संपर्क करके अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है.
फसल बीमा योजना के तहत भुगतान
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अब तक 1.64 लाख करोड़ का भुगतान किया जा चुका है, जिससे लगभग 4 करोड़ किसान लाभान्वित हुए हैं. यह योजना किसानों के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच का काम कर रही है.