इन ख़तरनाक बीमारियों से जूझ रहे थे फ़िल्मी अभिनेता सतीश कौशिक, जाँच में मिली मेडिकल हिस्ट्री देख हिल उठा बॉलीवुड

अभिनेता-निर्देशक सतीश कौशिक का 9 मार्च को 66 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके परिवार, दोस्त और प्रशंसक सदमे में थे। उनकी मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई गई थी, लेकिन अब इस मामले में बड़े खुलासे हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, सतीश कौशिक की मौत के बाद फार्म हाउस में जांच करने पर वहां से कुछ 'दवाएं' मिली हैं. इसके साथ ही रिपोर्ट में हाइपरटेंशन और शुगर की मेडिकल हिस्ट्री भी थी। विसरा रिपोर्ट आना बाकी पुलिस विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। उसके बाद ही पता चल पाएगा कि सतीश कौशिक ने क्या खाया था।
फार्म हाउस के सीसीटीवी फुटेज देख रही पुलिस
पुलिस सतीश कौशिक की मौत की जांच कर रही है, और वे उस फार्म हाउस के सीसीटीवी फुटेज देख रहे हैं जहां उन्हें आखिरी बार देखा गया था। अभी तक कुछ भी संदेहास्पद नहीं लग रहा है, लेकिन पुलिस उन लोगों से पूछताछ कर रही है जो पार्टी में थे ताकि यह पता चल सके कि क्या हुआ था।
पुलिस जांच के दौरान फार्म हाउस से मिली कुछ दवाएं
पुलिस जांच के दौरान फार्म हाउस से जो दवाएं मिली हैं, उन्हें जांच के लिए भेज दिया गया है और उनमें क्या है, यह अभी पता नहीं चला है। यह संभव है कि उनमें प्रतिबंधित पदार्थ हों, लेकिन हम अभी निश्चित रूप से नहीं जानते हैं। पुलिस अभी भी जांच कर रही है कि क्या दवाओं और सतीश कौशिक की मौत के बीच कोई संबंध है।
सतीश कौशिक का पारिवारिक दोस्त है फार्म हाउस का मालिक
पुलिस को फार्म हाउस के मालिक के बारे में जानकारी मिली है अनुसार फार्महाउस का मालिक विकास मालू नाम का व्यक्ति है। विलास मालू कुबेर ग्रुप का मालिक है और सतीश कौशिक का पारिवारिक दोस्त है। विकास मालू का फार्महाउस दिल्ली के बिजवासन के पुष्पांजलि फार्म हाउस इलाके में स्थित है।
विकास मालू पर पहले भी रेप का केस दर्ज है
पुलिस के मुताबिक मालू फार्म हाउस के मालिक विकास मालू पर पिछले साल उसकी दूसरी पत्नी ने उसके खिलाफ रेप का केस दर्ज कराया था। दूसरी पत्नी ने भी विकास मालू के साथ विकास मालू की दोनों बेटियों पर दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। जबकि विकास मालू की पहली पत्नी के नाबालिग बेटे ने विकास मालू की दूसरी पत्नी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसका वीडियो भी पुलिस के पास है। दोनों पक्षों की शिकायत के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ प्राथमिकी तो दर्ज कर ली थी, लेकिन गिरफ्तारी नहीं की थी।
पुलिस विकास मालू का पासपोर्ट उनके पास जमा करने का आदेश दिया
अदालत ने पुलिस को विकास मालू के लिए एलओसी (लेटर ऑफ क्रेडिट) खोलने का आदेश दिया, लेकिन बाद में पुलिस को एलओसी बंद करने और विकास मालू का पासपोर्ट उनके पास जमा करने का आदेश दिया। पुलिस इस मामले में विकास मालू के संपर्क में है। पुलिस 7 घंटे की फुटेज देखने के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर विकास मालू के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है।