राजस्थानी गीत सीखने आई विदेशी महिला ने सीख लिया गंदा गाना, जब लोगों के सामने गाने लगी तो महिलाओं का शर्म के मारे मुंह हुआ लाल
भारत, अपनी विविधतापूर्ण संस्कृति (Diverse Culture) और गौरवशाली इतिहास (Glorious History) के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। इसी आकर्षण के चलते हर साल अनेक विदेशी सैलानी (Foreign Tourists) भारत की यात्रा पर आते हैं। विशेष रूप से, राजस्थान (Rajasthan) अपने महलों, लोक संगीत और रंग-बिरंगी संस्कृति के लिए विदेशियों को खासतौर पर आकर्षित करता है।
सरकार द्वारा टूरिज्म (Tourism) को बढ़ावा देने हेतु उठाए गए विविध इनिशिएटिव्स इस दिशा में और सहायक साबित हो रहे हैं। इस अनोखी घटना ने न सिर्फ भारतीय संगीत और संस्कृति की वैश्विक अपील (Global Appeal) को उजागर किया है।
बल्कि यह भी दिखाया है कि किस तरह से भारतीय संस्कृति और इसके गाने विदेशी पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करते हैं और उन्हें भारत की यात्रा का एक यादगार अनुभव प्रदान करते हैं।
विदेशी महिला का अनोखा म्यूजिकल एक्सपीरियंस
हाल ही में, राजस्थान की यात्रा पर आई एक विदेशी महिला का वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हुआ, जिसने राजस्थानी संस्कृति से प्रभावित होकर हिंदी में गाने की कोशिश की।
विदेशी पर्यटक अक्सर भारतीय संस्कृति (Indian Culture) में रमने की कोशिश करते हैं, और इस महिला ने भी राजस्थानी गाना सीखने की चाह में एक अनोखा गीत सीखा।
मासूमियत से गाया गया 'कचरा सॉन्ग'
लोगों की उम्मीद के विपरीत, जब महिला से एक राजस्थानी गीत गाने की उम्मीद की गई, तो उसने बड़ी मासूमियत से "गाड़ीवाला आया घर से कचरा निकाल" गाना (Garbage Song) गाया।
जो वास्तव में स्वच्छ भारत अभियान (Swachh Bharat Abhiyan) के तहत कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ियों में बजाया जाने वाला गीत है। इसे सुनकर आसपास के लोगों की हंसी छूट गई।
सोशल मीडिया पर मिली प्रतिक्रियाएं
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने के बाद, यह तुरंत ही वायरल हो गया। लोगों ने इस पर जमकर प्रतिक्रिया दी और महिला की मासूमियत की सराहना की। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि 'कचरा सॉन्ग' ऐसा है जिसे सुनकर दिनभर गुनगुनाने का मन करता है।
इस घटना ने न केवल भारतीय संस्कृति की विविधता (Diversity) और स्वच्छता अभियान के प्रति जागरूकता (Awareness) को दर्शाया, बल्कि यह भी बताया कि कैसे संगीत की कोई भी धुन लोगों को जोड़ सकती है, चाहे वह किसी भी भाषा में क्यों न हो।