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यूपी में फ्री राशन वितरण की तारीख आई सामने, 48 जिलों में हर राशन कार्ड पर मिलेगा इतना गेंहु और चावल

आज हम आपको इस आर्टिकल में उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के तहत अगस्त माह के लिए अंत्योदय एवं पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को निःशुल्क खाद्यान्न वितरण की तारीख तय हो गई है. प्रदेश के खाद्य आयुक्त सौरभ बाबू के अनुसार, यह वितरण आगामी 21 अगस्त तक पूरा किया जाएगा.
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UP August Free Ration Distribution: उत्तर प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के तहत अंत्योदय और पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को अगस्त महीने के लिए मुफ्त राशन की तारीख तय कर दी है. यह वितरण 21 अगस्त तक पूरा किया जाएगा. खाद्य आयुक्त सौरभ बाबू ने इस प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बताया कि यह वितरण उचित दर दुकानों पर किया जाएगा जहां लाभार्थियों को गेहूं, चावल और बाजरा जैसी जरूरी खाद्यान्न मिलेंगे.

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अंत्योदय योजना के लाभार्थियों के लिए विशेष व्यवस्था

अंत्योदय योजना के तहत आने वाले लाभार्थियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. 48 जिलों में, प्रत्येक अंत्योदय कार्डधारक को कुल 35 किलोग्राम खाद्यान्न वितरित किया जाएगा, जिसमें 14 किग्रा गेहूं, 19 किग्रा चावल और 2 किग्रा बाजरा शामिल होगा. यह बाजरा उन जिलों में वितरित किया जाएगा जहां जनवरी 2024 से जुलाई 2024 के बीच इसे उपलब्धता के अनुसार बांटा गया था. इसके अलावा अन्य सभी जिलों में प्रति कार्डधारक को 14 किग्रा गेहूं और 21 किग्रा चावल दिया जाएगा.

पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा 

इस बार 48 चयनित जनपदों में अंत्योदय योजना के तहत चावल के स्थान पर प्रति कार्ड 2 किग्रा बाजरा वितरित किया जाएगा. वहीं पात्र गृहस्थी लाभार्थियों के लिए बाजरा 'पहले आओ पहले पाओ' के सिद्धांत पर दिया जाएगा. बाजरा वितरण का यह कदम राज्य में विविध खाद्यान्न ऑप्शन को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है जो स्वास्थ्य और पोषण के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है.

अन्य जिलों में वितरण की योजना

प्रदेश के अन्य जिलों में, जहाँ बाजरा वितरण नहीं हो रहा है वहाँ के अंत्योदय और पात्र गृहस्थी लाभार्थियों को 35 किग्रा खाद्यान्न दिया जाएगा. इनमें प्रति कार्ड 14 किग्रा गेहूं और 21 किग्रा चावल शामिल होंगे. इन जिलों में भी फ्री राशन वितरण के दौरान सरकार की ओर से पूरी पारदर्शिता बनाए रखने के प्रयास किए जाएंगे ताकि कोई भी लाभार्थी इस सुविधा से वंचित न रह सके.

पोर्टेबिलिटी और ट्रांजेक्शन सुविधा

इस वितरण प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण कदम यह भी है कि लाभार्थियों को पोर्टेबिलिटी ट्रांजेक्शन की सुविधा दी जाएगी. इसका मतलब है कि लाभार्थी अपने निर्धारित राशन की दुकान से राशन न मिलने की स्थिति में दूसरी दुकान से भी राशन प्राप्त कर सकते हैं, बशर्ते वहाँ स्टॉक उपलब्ध हो. यह कदम सरकार की ओर से लाभार्थियों की सुविधा और संतुष्टि को ध्यान में रखकर उठाया गया है.

फ्री राशन वितरण का उद्देश्य

उत्तर प्रदेश में फ्री राशन वितरण का मुख्य उद्देश्य गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित करना है. कोविड-19 महामारी के बाद से सरकार ने इस योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिससे लाखों परिवारों को राहत मिली है. इस योजना का लाभ उठाकर प्रदेश के गरीब परिवार अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं और उन्हें खाद्यान्न की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा.

48 चयनित जनपदों की सूची

प्रदेश के जिन 48 जनपदों में इस योजना के तहत चावल के स्थान पर बाजरा वितरण किया जा रहा है, उनकी सूची में आगरा, अलीगढ़, अमरोहा, औरैया, बलिया, बांदा, बरेली, बदायूं, बुलंदशहर, चंदौली, चित्रकूट, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गौतम बुद्ध नगर, गाजीपुर, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, जालौन, जौनपुर, झांसी, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कासगंज, कौशांबी, लखनऊ, महोबा, मैनपुरी, मथुरा, मेरठ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, पीलीभीत, प्रतापगढ़, प्रयागराज, रायबरेली, रामपुर, सम्भल, संतरविदास नगर, शाहजहांपुर, सीतापुर, उन्नाव, और वाराणसी शामिल हैं.