क्रेडिट कार्ड से लेकर अनचाहे फर्जी कॉल आपको नही कर पाएंगे परेशान, सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम
सरकार ने मोबाइल फोन पर आने वाले अनचाहे बैंकिंग फ्रॉड कॉल्स को रोकने के लिए एक ठोस कदम उठाया है। दूरसंचार विभाग (DoT) और टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने इससे जुड़े नए बिल का ड्राफ्ट तैयार किया है। जिसे जल्द ही संसद में पेश किया जाएगा।
इस ड्राफ्ट गाइडलाइंस का नाम 'प्रिवेंशन एंड रेगुलेशन ऑफ अनसोलिसिटेड एंड अनवारंटेड बिजनेस कम्युनिकेशन 2024' रखा गया है। DoCA और अन्य संबंधित विभाग इन गाइडलाइन्स को जल्दी ही अंतिम रूप देने की योजना बना रहे हैं।
एक बार यह गाइडलाइन्स संसद में पारित हो जाएंगी। तो उपभोक्ताओं को फर्जी कॉल्स से राहत मिलेगी और उनका डेटा और व्यक्तिगत जानकारी अधिक सुरक्षित रहेगी।
गाइडलाइंस का उद्देश्य
इस नई गाइडलाइन का मुख्य उद्देश्य आपके मोबाइल पर आने वाले बैंकिंग फ्रॉड कॉल्स को रोकना है। यह गाइडलाइन उन कॉल्स की पहचान करेगी जो क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन और अन्य बैंकिंग सेवाओं से जुड़े होते हैं और फर्जी तरीके से उपभोक्ताओं को गुमराह करते हैं। ड्राफ्ट गाइडलाइन के अनुसार ऐसी सभी कम्युनिकेशंस को अवैध माना जाएगा।
कंज्यूमर अफेयर्स डिपार्टमेंट बैठक और चर्चा
कंज्यूमर अफेयर्स डिपार्टमेंट (DoCA) ने 10 मई को एक बैठक आयोजित की, जिसकी अध्यक्षता निधि खरे ने की। इस बैठक में DoT, TRAI, सेलुलर ऑपरेटर एसोसिएशन (COAI) और भारत की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल थे। बैठक में इस नई गाइडलाइन के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा की गई और सभी संबंधित पक्षों ने अपने सुझाव दिए।
तकनीकी समाधान और कॉलर आईडी की महत्व
इस गाइडलाइन के अंतर्गत TRAI और DoT ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को कॉलर आईडी की सटीकता सुनिश्चित करने की सलाह दी है। यह कदम फर्जी कॉल्स को पहचानने में मदद करेगा और उपभोक्ताओं को यह जानकारी मिलेगी कि उन्हें कॉल करने वाला व्यक्ति या संस्था कौन है।
स्मार्टफोन निर्माताओं को भी इस फीचर को एक्टिवेट करने के लिए कहा गया है। जिससे कि उपभोक्ता को अधिक सुरक्षा मिल सके।