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बिना पढ़ाई लिखाई के अंग्रेजी का पेपर देने पहुंची लड़की, निबंध की जगह लिखी ऐसी बात की मास्टर के उड़े होश

भारत में बोर्ड परीक्षाओं का मौसम एक ऐसा समय होता है जब छात्रों पर अच्छे अंक लाने का भारी दबाव होता है। यह दबाव कई बार छात्रों को ऐसी रणनीतियाँ अपनाने के लिए प्रेरित करता है जो सामान्यतः अजीबोगरीब लग सकती हैं।
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student write emotional note in answer sheet
   

भारत में बोर्ड परीक्षाओं का मौसम एक ऐसा समय होता है जब छात्रों पर अच्छे अंक लाने का भारी दबाव होता है। यह दबाव कई बार छात्रों को ऐसी रणनीतियाँ अपनाने के लिए प्रेरित करता है जो सामान्यतः अजीबोगरीब लग सकती हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही छात्रों की आंसर शीट्स इस तनाव की कहानी कहती हैं।

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पास करने की इमोशनल अपील

एक विद्यार्थी ने तो अपनी परीक्षा की आंसर शीट में निबंध की जगह अपनी व्यथा को व्यक्त किया। उसने लिखा कि यदि वह पास नहीं हुई तो उसके माता-पिता उसे आगे नहीं पढ़ाएंगे और उसकी शादी करवा देंगे। ऐसी इमोशनल अपीलें छात्रों के मनोवैज्ञानिक दबाव को दर्शाती हैं।

आंसर शीट्स में देवी-देवताओं का आह्वान

हाल के वर्षों में कई छात्रों ने अपनी आंसर शीट्स में देवी-देवताओं का आह्वान करने का एक नया ट्रेंड शुरू किया है। कुछ ने भगवान सरस्वती की वंदना की तो कुछ ने भोलेनाथ का नाम लिखा। यह दर्शाता है कि कैसे परीक्षा का दबाव छात्रों को अध्यात्म की शरण में ले जाता है।

शिक्षकों का दृष्टिकोण

इस तरह की सभी इमोशनल बातों के बावजूद शिक्षकों का कहना है कि वे सिर्फ उत्तरों की गुणवत्ता पर ध्यान देते हैं। वे इन हथकंडों से प्रभावित नहीं होते और उत्तरों की सटीकता और गुणवत्ता के आधार पर ही अंक देते हैं।