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प्रोफेसर बनने का था सपना फिर किस्मत ने ली करवट, अब बकरी पालन से कर रहे है धांसू कमाई

फिरोजाबाद के गौरव प्रताप सिंह ने शुरुआत में शिक्षा क्षेत्र में अपना करियर बनाने की सोची थी.
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फिरोजाबाद के गौरव प्रताप सिंह ने शुरुआत में शिक्षा क्षेत्र में अपना करियर बनाने की सोची थी. उन्होंने बीटीसी की पढ़ाई पूरी की और 2023 में नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट में सफलता भी हासिल की. लेकिन, जब उन्हें नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने अपने करियर की दिशा बदलने का निर्णय लिया.

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केंद्रीय योजना से गॉट फार्मिंग की ओर

इस दौरान गौरव को केंद्र सरकार की नेशनल लाइव स्टॉक मिशन योजना (National Livestock Mission) के बारे में पता चला. उन्होंने इस योजना के तहत गॉट फार्मिंग के लिए आवेदन किया, जिससे उन्हें करोड़ों रुपए का प्रोजेक्ट स्वीकृत हुआ. इस प्रोजेक्ट ने उन्हें कृषि उद्यमी के रूप में एक नई पहचान दी.

फिरोजाबाद में गॉट फार्मिंग की स्थापना

गौरव ने फिरोजाबाद के शिकोहाबाद में 25 बीघा जमीन पर गॉट फार्मिंग प्रोजेक्ट शुरू किया. इस प्रोजेक्ट में 20 बीघा जमीन पर बकरियों के लिए घास उगाई जाती है, जबकि शेष 5 बीघा में उनके आवास की व्यवस्था है.

उच्च दूध उत्पादन और आर्थिक लाभ

गौरव के फार्म में पाली जाने वाली राजस्थान की सिरोही नस्ल (Sirohi breed goats) की बकरियां उच्च दूध उत्पादन के लिए जानी जाती हैं. इस नस्ल के बकरियों का दूध विभिन्न राज्यों में भेजा जाता है और अनुसंधान संस्थानों में भी इसका उपयोग होता है. इससे गौरव की मासिक आय लगभग 3 से 4 लाख रुपए हो रही है.

भविष्य की योजनाएं और विस्तार की संभावनाएं

गौरव प्रताप सिंह की योजना है कि वे भविष्य में अपने गॉट फार्मिंग प्रोजेक्ट का और विस्तार करेंगे. इससे न केवल उनकी आय में बढ़ोतरी होगी, बल्कि यह स्थानीय रोजगार सृजन में भी योगदान देगा.