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माता वैष्‍णो देवी जाने वाले भक्तों के लिए खुशखबरी, घंटो का सफर होगा अब मिनटों में पूरा

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने दिव्यांग यात्रियों और बुजुर्गों की यात्रा को आसान बनाने के लिए एक नई रोपवे परियोजना की शुरुआत की है.
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BSNL ने देशभर में 50 हजार से ज्यादा 4G मोबाइल टावर (4G mobile towers) स्थापित करने का महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस उपलब्धि के साथ, कंपनी ने 41 हजार से अधिक टावरों को ऑपरेशनल भी कर दिया है। इससे BSNL यूजर्स को उच्चतर कनेक्टिविटी और तेज़ डेटा स्पीड का लाभ मिलने की उम्मीद है।  365 दिनों का सस्ता रिचार्ज प्लान (Affordable 365-day recharge plan)  नए 365 दिन वाले रिचार्ज प्लान के लॉन्च के साथ, BSNL ने अपने यूजर्स को बेहद कम कीमत में वार्षिक वैलिडिटी प्रदान करने का विकल्प दिया है। इस प्लान की कीमत 1198 रुपये है, जिसमें यूजर्स को महीने भर के लिए 300 मिनट फ्री कॉलिंग, 3GB डेटा और 30 SMS की सुविधा मिलती है। इस प्लान के साथ फ्री नेशनल रोमिंग (free national roaming) का लाभ भी शामिल है।  निजी टेलीकॉम कंपनियों के लिए चुनौती (Challenge for private telecom companies)  BSNL का यह रिचार्ज प्लान Airtel और Jio जैसी निजी टेलीकॉम कंपनियों के लिए एक बड़ी चुनौती प्रस्तुत करता है। इसकी कम कीमत और बड़ी वैलिडिटी यूजर्स को आकर्षित करने में मददगार साबित हो रही है, जिससे प्रतिस्पर्धी कंपनियों पर दबाव बढ़ रहा है।  आधुनिक सैटेलाइट-टू-डिवाइस सर्विस (Advanced satellite-to-device service)  हाल ही में, BSNL ने एक नई सैटेलाइट-टू-डिवाइस सर्विस लॉन्च की है, जिससे वह देश की पहली टेलीकॉम कंपनी बन गई है जो इस तरह की सेवा प्रदान कर रही है। इस सेवा का उपयोग विशेषकर आपातकालीन समय में मोबाइल नेटवर्क (mobile network) के बिना कॉलिंग के लिए किया जा सकता है। BSNL ने इस सर्विस के लिए Viasat के साथ साझेदारी की है, जिससे इसकी पहुंच और भी बढ़ जाएगी।
   

Mata Vaishno Devi ropeway project: श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने दिव्यांग यात्रियों और बुजुर्गों की यात्रा को आसान बनाने के लिए एक नई रोपवे परियोजना की शुरुआत की है. यह निर्णय श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए लिया गया है ताकि उनकी यात्रा को और भी सुरक्षित और समय-कुशल बनाया जा सके. इस परियोजना का कुछ स्थानीय लोगों द्वारा विरोध भी किया जा रहा है, लेकिन बोर्ड का कहना है कि स्थानीय चिंताओं को ध्यान में रखते हुए परियोजना को आगे बढ़ाया जाएगा.

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रोपवे का तकनीकी पहलू

रोपवे परियोजना ताराकोट मार्ग से श्री माता वैष्‍णो देवी के मुख्य भवन तक यात्रा को जोड़ेगी. इससे श्रद्धालु सांझी छत तक आसानी से पहुँच सकेंगे और वहां से पैदल भवन तक की यात्रा कर सकेंगे. यह रोपवे आधुनिक तकनीक से लैस होगा और प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम बनाएगा, जिससे भीड़-भाड़ कम होगी और यात्रा का समय भी कम होगा.

प्रभावित होने वाले श्रद्धालु

श्रद्धालुओं, खासकर बीमार या दिव्यांग लोगों के लिए यह रोपवे एक वरदान साबित होगा. पहले उन्हें घोड़ा, खच्चर या पालकी का सहारा लेना पड़ता था, लेकिन अब रोपवे की सहायता से वे आसानी से और सुरक्षित रूप से दर्शन कर सकेंगे. इससे उनकी यात्रा का अनुभव न केवल सुखद होगा बल्कि यात्रा के दौरान त्रिकुटा पहाड़ियों का मनोरम दृश्य भी उन्हें प्राप्त होगा.

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स्थानीय समुदाय के साथ समन्वय

श्राइन बोर्ड ने स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर काम करने की बात कही है. उनका लक्ष्य है कि रोपवे परियोजना से स्थानीय लोगों को किसी भी प्रकार की हानि न पहुंचे और उनकी चिंताओं का समाधान किया जा सके. इसके लिए बोर्ड नियमित रूप से स्थानीय समुदाय के साथ बैठकें कर रहा है और उनके सुझावों को भी शामिल कर रहा है.