फसल बीमा को लेकर हरियाणा के किसानों के लिए खुशखबरी, इस तारीख को जारी हो सकता है बीमा
हरियाणा में बाढ़ से प्रभावित फसलों के मुआवजे की प्रतीक्षा कर रहे किसानों को सरकार ने अच्छे संकेत दिए हैं। 1.41 लाख किसान बाढ़ से प्रभावित फसलों के मुआवजे के लिए लगभग चार महीने से इंतजार कर रहे हैं। अब सरकार दिसंबर के पहले सप्ताह में किसानों को मुआवजा देने के लिए तैयार है।
सूत्रों के अनुसार, जो किसान दोबारा धान की रोपाई नहीं कर पाए, उनसे पहले धन मिलेगा। जिन्होंने दोबारा से रोपाई की है, उन्हें 10 दिन बाद प्रति एकड़ 7000 रुपये मुआवजे की राशि दी जाएगी।
बीमा करने वाले किसानों को बीमा कंपनी मुआवजा देगी
16 से 30 नवंबर तक, खरीफ सत्र में मंडियों में बेचे गए धान और किल्ला नंबर को क्रॉस चेक किया गया है। फसल बीमा कराने वाले किसानों का नाम और किल्ला नंबर अब भी क्रॉस चेक किया जाता है। जो जल्द ही पूरा होने का अनुमान है। बीमा कराने वाले किसानों को कंपनी से मुआवजा मिलने के लिए यह जांच आवश्यक है। फसल बीमा के बिना किसानों को सरकार मुआवजा देगी। 100% खराबे पर १५ हजार रुपये मिलेंगे।
इस बार हरियाणा में धान उत्पादन घट गया
इस बार राज्य में 15.20 लाख हेक्टेयर में धान की खेती हुई है। धान भी बाढ़ और बरसात से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। 6.87 लाख एकड़ भूमि के किसानों ने मुआवजे की मांग की है। 58.95 लाख टन धान इस समय उत्पादित हुआ है।
धान की बिक्री की लगभग पूरी रकम किसानों के बैंक खातों में डाली गई है। सरकार ने पहले फसल खराबी की जांच की थी। जिससे 2811 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि मिली। किसानों को मुआवजा सिर्फ फिर से मूल्यांकन के आधार पर दिया जाएगा।