home page

आईसीयू में एडमिट दादी को अचानक से लगी बीड़ी की तलब, सबके सामने ही सुलगा दी बीड़ी तो उड़े सबके होश

भारत सरकार ने गरीब जनता के स्वास्थ्य सुधार (Health Improvement) के लिए कई राज्यों में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की स्थापना की है। इन एम्स में, राज्य के उत्कृष्ट डॉक्टर (Best Doctors) मरीजों का...
 | 
Woman smoking in icu (1)
   

भारत सरकार ने गरीब जनता के स्वास्थ्य सुधार (Health Improvement) के लिए कई राज्यों में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की स्थापना की है। इन एम्स में, राज्य के उत्कृष्ट डॉक्टर (Best Doctors) मरीजों का निःशुल्क इलाज (Free Treatment) प्रदान करते हैं। जिसमें वे बीमारियाँ शामिल हैं, जिनके इलाज पर अन्यत्र लाखों रुपये खर्च हो सकते हैं।

ऐसी सुविधाओं का उद्देश्य है कि हर वर्ग के लोग, खासकर गरीब, उचित और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ (Quality Health Services) प्राप्त कर सकें। इस तरह की घटनाएं हमें यह सिखाती हैं कि स्वास्थ्य सेवाओं (Health Services) का सम्मान करना और उनका सही तरीके से उपयोग करना हम सभी की जिम्मेदारी है।

सरकार और संस्थानों की पहल का समर्थन करते हुए, हमें अपने स्वास्थ्य और समाज के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है। आइए, हम सभी मिलकर एक स्वस्थ और सुरक्षित समाज (Healthy and Safe Society) की ओर कदम बढ़ाएं।

सोशल मीडिया पर वायरल एक लापरवाही का मामला

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

हाल ही में, सोशल मीडिया (Social Media) पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक महिला को पटना एम्स के आईसीयू (ICU) में एडमिट होते हुए दिखाया गया था। इस वीडियो में, महिला को बेड पर बैठे हुए बीड़ी पीते (Smoking) देखा गया।

जो कि एक आईसीयू जैसे संवेदनशील स्थान पर अत्यंत लापरवाही और खतरनाक (Dangerous) माना जाता है। ऐसा करना न केवल मरीज के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह अस्पताल के अन्य मरीजों और स्टाफ के लिए भी जोखिम (Risk) भरा हो सकता है।

लापरवाही के गंभीर परिणाम

इस घटना ने एक बार फिर से यह सिद्ध किया कि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं (Health Facilities) का उपयोग करते समय जागरूक और सावधान रहना चाहिए। बीड़ी या सिगरेट पीने (Cigarette Smoking) की वजह से अस्पताल में ऑक्सीजन सिलिंडर (Oxygen Cylinder) में आग लगने की घटनाएँ पहले भी सामने आ चुकी हैं।

जिससे भारी नुकसान और जान-माल का खतरा हो सकता है। इसलिए, इस तरह की लापरवाही न केवल अपने लिए, बल्कि आसपास के लोगों के लिए भी खतरे (Hazard) को आमंत्रित करती है।

समाज में जागरूकता और सुधार की आवश्यकता

इस घटना के बाद, समाज में व्यापक जागरूकता (Awareness) और सुधार की मांग उठी है। यह जरूरी है कि लोगों को न केवल स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति सजग रहना चाहिए, बल्कि उन्हें इन सुविधाओं का सही ढंग से उपयोग करने के लिए शिक्षित (Educate) भी किया जाना चाहिए।

एम्स जैसे संस्थानों की स्थापना सरकार की ओर से एक बड़ा कदम है, लेकिन इनकी सफलता में जनता की भागीदारी (Public Participation) और सहयोग भी उतना ही महत्वपूर्ण है।