गुलाब जामुन मिठाई में न तो गुलाब होता और ना ही जामुन, तो कैसे पड़ा इस मिठाई का ये नाम
भारत में लंबी दूरियों की यात्रा के लिए रेलवे सबसे अच्छा माध्यम है। यात्रा के दौरान यात्रियों को कई बार स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों का सामना करना पड़ता है जैसे कि अचानक तबीयत बिगड़ना। ऐसे मे उचित मेडिकल मदद की अनुपस्थिति में स्थिति जीवन संकट में फस जाता है।
स्वास्थ्य समस्याएं और उनके परिणाम
हाल के वर्षों में, यात्रा के दौरान यात्रियों की तबीयत बिगड़ने की कई घटनाएँ सामने आई हैं। अक्सर ये घटनाएं मौसमी बदलाव, लंबे समय तक सफर, थकान या खानपान की गड़बड़ी के कारण होती हैं। इन परिस्थितियों में, अगर तुरंत मेडिकल सहायता न मिले तो स्थिति गंभीर रूप ले सकती है।
आपातकालीन सहायता के उपाय
रेलवे ने इस समस्या का समाधान करने के लिए कई उपाय किए हैं। यदि आप रेलवे में यात्रा के दौरान बीमार पड़ जाते हैं, तो निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
यह भी पढ़ें; यूपी में शराब के शौकीनों के लिए आई गुड न्यूज, इन जिलों में खोली जाएगी 876 नई दुकानें
हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें: यात्रा के दौरान किसी भी तरह की आपात स्थिति में आप रेलवे के हेल्पलाइन नंबर 138 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा आप 9794834923 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
टीटीई या कंडक्टर को सूचित करें: अपनी समस्या के बारे में ट्रेन के टिकट निरीक्षक या कंडक्टर को अवगत कराएं ताकि वे आवश्यक कार्रवाई कर सकें।
डॉक्टर की सुविधा का लाभ उठाएं: अधिकतर लंबी दूरी की ट्रेनों में अब मेडिकल किट और डॉक्टर की सुविधा उपलब्ध होती है। जरूरत पड़ने पर आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
सोशल मीडिया का इस्तेमाल: आपात स्थिति में आप ट्विटर पर IRCTC को टैग कर सकते हैं अपना PNR नंबर और अन्य विवरण शेयर कर सकते हैं।
नया मेडिकल बॉक्स: नई व्यवस्था के अंतर्गत, कई ट्रेनों में 58 तरह की दवाइयों और आपातकालीन चिकित्सा सामग्री से युक्त मेडिकल बॉक्स उपलब्ध होते हैं जिससे यात्रियों को समय पर उचित चिकित्सा मिल सके।