हरियाणा के इस जिले में ओलावृष्टि से आधी से ज्यादा फसलें हुई बरबाद, किसानों ने की मुआवजे की डिमांड
हरियाणा के रेवाड़ी जिले में बीते शुक्रवार को आई भारी बारिश और ओलावृष्टि ने खेतों में खड़ी रबी की फसलों खासकर गेहूं को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है। इस अप्रत्याशित प्राकृतिक घटना ने किसानों की आर्थिक स्थिति पर गहरी चोट पहुंचाई है।
किसानों की बढ़ती चिंताएं
पहले से ही सरसों की बिक्री को लेकर मंडियों में घंटों इंतजार कर रहे किसानों के लिए ओलावृष्टि ने और अधिक समस्याएं खड़ी कर दी हैं। रेवाड़ी में ओलावृष्टि के कारण 50 से 100 प्रतिशत तक गेहूं की फसल के नष्ट होने की खबर है। ऐसे में किसानों ने सरकार से प्रति एकड़ 60 हजार रुपये मुआवजे की मांग की है।
मुआवजे की मांग
किसानों ने शनिवार को जिला सचिवालय की ओर रुख किया, जहां उन्होंने सीटीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मुआवजा राशि के जल्द वितरण की मांग की साथ ही तीन दिनों के अंदर फसलों की गिरदावरी कराने की भी मांग उठाई।
सरकार को दिया गया अल्टीमेटम
किसानों ने सरकार को एक अल्टीमेटम भी दिया है कि यदि तीन दिनों के अंदर गिरदावरी का काम पूरा नहीं होता, तो वे सचिवालय के सामने धरने पर बैठ जाएंगे। इस संबंध में सीटीएम लोकेश ने किसानों को आश्वासन दिया है कि ओलावर्ष्टि से प्रभावित फसलों की जल्द ही गिरदावरी करवाई जाएगी और उचित मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
रबी सीजन की तैयारियां
खबर है कि हरियाणा सरकार ने रबी सीजन 2024 के लिए गेहूं और सरसों की खरीद की तैयारियां शुरू कर दी हैं। 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू की जाएगी, जिसके लिए 417 मंडियां और खरीद केंद्र बनाए गए हैं। फसल खरीद का भुगतान 48 से 72 घंटे के भीतर किसानों के खातों में किया जाएगा। जिससे किसानों को आर्थिक सहायता मिल सके।