Haryana Alcohol Fraud: हरियाणा के प्राइवेट स्कूल में चल रही थी नकली शराब बनाने की फ़ैक्टरी, बारकोड स्कैन करते ही खुल गई सारी पोल
हरियाणा (Haryana) के रेवाड़ी जिला (Rewari District) के कोसली में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने न केवल स्थानीय निवासियों को, बल्कि पूरे देश को हैरान कर दिया है। एक प्राइवेट स्कूल (Private School) की बिल्डिंग में चल रही नकली शराब (Fake Liquor) की फैक्ट्री का पर्दाफाश हुआ है।
जिसे एक्साइज और पुलिस (Excise and Police) की जॉइंट टीम ने पकड़ा है। इस घटना से यह सीख मिलती है कि समाज में जागरूकता और सजगता (Awareness and Vigilance) कितनी महत्वपूर्ण है।
पुलिस और एक्साइज विभाग की संयुक्त कार्रवाई ने न केवल एक बड़े अवैध कारोबार को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि समाज और सरकारी विभागों के बीच सहयोग से ही अपराध पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
ऑपरेशन का विवरण
पुलिस को मिली सूचना के आधार पर, जो स्कूल कुछ सालों से बंद पड़ा था और किराए पर दिया गया था, वहां एक बड़े पैमाने पर नकली शराब बनाने का कारोबार (Liquor Manufacturing Business) चल रहा था।
इस फैक्ट्री में रेवाड़ी के साथ-साथ महेंद्रगढ़ और झज्जर जिले के कुछ लोग शामिल थे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एक टीम तैयार की और स्कूल के आसपास निगरानी शुरू की।
एक्साइज विभाग के साथ संयुक्त कार्रवाई
एक्साइज विभाग की टीम को भी इस ऑपरेशन में शामिल किया गया। निरीक्षक रक्षा, अनिल कुमार, और सुरेंद्र कुमार ने मौके पर पहुंचकर रेड (Raid) की। इस दौरान सोमबीर उर्फ कालिया, जो नकली शराब की पेटियों को 120 कार (Car) में रखकर बाजार में बेचने के लिए निकलने वाला था, को हिरासत में लिया गया।
बरामदगी का विवरण
पुलिस ने इस फैक्ट्री से भारी मात्रा में नकली शराब, 1 लाख से ज्यादा होलोग्राम (Hologram), खाली बोतलें और ढक्कन, 120 कार और डेढ़ लाख रुपए कैश (Cash) बरामद किए। इसके अलावा, फैक्ट्री में शराब पैक करने के लिए इस्तेमाल होने वाली मशीनें (Machines) भी मिलीं।
समाज में फैल रहे अवैध कारोबार की चुनौती
यह घटना न केवल शिक्षा के मंदिरों की पवित्रता पर प्रश्नचिन्ह लगाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि किस प्रकार से समाज में अवैध कारोबार (Illegal Business) फैल रहे हैं।
इस तरह के मामले समाज के लिए एक चेतावनी हैं कि हमें अपने आसपास की गतिविधियों पर नजर रखने की जरूरत है और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना समय रहते पुलिस और संबंधित विभागों को देनी चाहिए।