ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान का हरियाणा के सीएम ने लिया जायजा, किसानों को मुआवजा देने के लिए अधिकारियों को दिए आदेश
हरियाणा के इंद्री क्षेत्र में बीते दिनों भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से गेहूं की फसल को बड़ा नुकसान पहुंचा है। यह नुकसान ऐसे समय में हुआ है जब किसान अपनी फसलों को बाजार में बेचने के लिए तैयार हो रहे थे। अचानक हुई इस प्राकृतिक घटना से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है।
उनकी आर्थिक स्थिति पर भी बुरा असर पड़ा है। इस तरह से हरियाणा सरकार ने प्राकृतिक आपदा के दौरान किसानों की मदद के लिए तत्परता दिखाई है और आगे भी उनकी सहायता के लिए प्रयासरत रहेगी।
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सीएम और अधिकारियों का दौरा
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने धमनहेड़ी गांव में ओलावर्ष्टि से खराब हुई गेहूं की फसल का जायजा लिया। इस दौरे पर उनके साथ इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप और अन्य खई अधिकारी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही अधिकारियों को जल्द से जल्द गिरदावरी करने के निर्देश दिए ताकि प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जा सके।
गिरदावरी और मुआवजा का विशेष आदेश
सीएम ने निर्देश दिया है कि जिस किसान का भी नुकसान हुआ है उसे तुरंत ही गिरदावरी करवा करके मुआवजा दिया जाए। इसके अलावा सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि पहले हुए नुकसान के लिए भी किसानों को मुआवजा मिल चुका है और आगे भी यह प्रक्रिया जारी रहेगी।
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किसानों की सहायता के लिए नई व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि अनाज मंडियों में गेहूं की खरीद के बाद 'जे' फॉर्म कटने के बाद तुरंत ही किसानों के खाते में पैसे जाने की व्यवस्था की गई है। इस प्रक्रिया को पहले 'आई' फार्म के माध्यम से किया जाता था।
लेकिन अब सीधे 'जे' फॉर्म से यह कार्य होगा जिससे किसानों को बिना किसी देरी के भुगतान मिल सके। मंडियों में व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए भी सरकार ने उचित निर्देश दिए हैं ताकि किसानों को कोई समस्या ना हो।