home page

हरियाणा में मेट्रो विस्तार को लेकर आया बड़ा अपडेट, इन 67 गांवो की जमीनों का होगा अधिग्रहण Haryana Metro

हरियाणा के बल्लभगढ़ से पलवल तक फैली मेट्रो परियोजना के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है
 | 
big-update-on-the-expansion
   

Haryana News: हरियाणा के बल्लभगढ़ से पलवल तक फैली मेट्रो परियोजना के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जिसे छह महीने के भीतर पूरा किया जाना है. यह प्रोजेक्ट कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे और हरियाणा ऑर्बिटल रेल से जोड़े जाने की योजना का हिस्सा है. 

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

पलवल मेट्रो की योजना और अपेक्षित लाभ

प्रस्तावित मेट्रो लाइन की लंबाई लगभग 25 किमी होगी और यह पलवल से बल्लभगढ़ तक फैली होगी, जिससे इन क्षेत्रों की आने जाने सुविधा में बढ़ोतरी होगी और यात्रा समय में कमी आएगी (Palwal-metro-connectivity-enhancement). यह परियोजना न केवल स्थानीय नागरिकों को लाभ पहुंचाएगी बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगी. 

डीपीआर तैयारी और अध्ययन की प्रक्रिया

इस डीपीआर का उद्देश्य मेट्रो परियोजना की विस्तृत योजना बनाना है, जिसमें तकनीकी, आर्थिक और पर्यावरणीय पहलुओं का समावेश होगा (DPR-preparation-process). हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (HMRTC) के मैनेजिंग डायरेक्टर चंद्रशेखर खरे के अनुसार, इस परियोजना की सफलता पर डीपीआर के पूरा होने के बाद ही मुहर लगेगी. 

यह भी पढ़ें- यूपी समेत इन राज्यों में मौसम ने बदली करवट, ठंड के कारण तापमान गिरा UP Weather

हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर की भूमिका

हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर प्रोजेक्ट पलवल से सोनीपत के हरसाना कलां तक विस्तारित होगा और यह पलवल, गुरुग्राम, नूंह, झज्जर, और सोनीपत जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को जोड़ेगा (Orbital-rail-corridor). इस परियोजना से इन क्षेत्रों के आर्थिक और सामाजिक विकास में तेजी आएगी. 

परियोजना के लिए आवश्यक भूमि और तैयारी

परियोजना के लिए आवश्यक 1665 एकड़ भूमि पहले ही सोनीपत, झज्जर, गुड़गांव, और पलवल जिलों के 67 गांवों से प्राप्त की जा चुकी है (land-acquisition-for-project). इस भूमि का उपयोग करके न केवल मेट्रो बल्कि रेल कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जिससे क्षेत्रीय परिवहन ढांचे में क्रांतिकारी बदलाव आएगा.