Haryana Weather Report हरियाणा में बारिश के बाद मानसून की रफ्तार पड़ी धीमी, जाने अगले हफ्ते कैसा रहेगा हरियाणा का मौसम
जुलाई के शुरुआती दिनों में मानसून ने जिस तेजी से दस्तक दी थी उससे यह आशा थी कि इस बार मौसम बदलाव जल्दी और अच्छी तरह से होंगे। लेकिन पिछले एक सप्ताह का नजारा कुछ और ही बयां कर रहा है। मानसून की स्पीड में आई कमी ने किसानों और आम नागरिकों की चिंता बढ़ा दी है। वर्षा के अनुमान के मुकाबले जो वास्तविकता सामने आई है वह काफी निराशाजनक है।
फसल पर असर
पिछले वर्षों की तुलना में इस साल मानसून से हुई बारिश ने खेती की स्थिति को कुछ हद तक सुधारा है। फिर भी हाल के दिनों में मानसून की कमजोरी के कारण किसानों को धान की रोपाई में देरी का सामना करना पड़ा। विशेष रूप से, फतेहाबाद शहर के पास बाइपास पर पानी भर जाने से खेती के लिए नई चुनौतियां पैदा हुईं। हालांकि पानी सूखने के बाद किसानों ने धान की रोपाई फिर से शुरू कर दी है लेकिन पहले लगी फसल के खराब होने की स्थिति ने उनके द्वारा झेली गई कठिनाईयों को और बढ़ा दिया है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
शनिवार को दर्ज किया गया अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहा। इस तरह का तापमान इस मौसम में आम बात है, लेकिन मानसून के सामान्य से कमजोर पड़ने से गर्मी और उमस ने लोगों को खासी परेशानी में डाल दिया है। बीच-बीच में बादल छाने और हल्की बूंदाबांदी ने कुछ राहत पहुंचाई है लेकिन यह राहत काफी नहीं है।
मौसम विशेषज्ञों की भविष्यवाणी
मौसम विशेषज्ञों ने 12 और 13 जुलाई को बारिश होने की संभावना जताई थी, लेकिन वास्तव में अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। इससे निराशा के बादल और घने हो गए हैं। टोहाना और जाखल खंड को छोड़कर जहां बादल छाए रहे, अन्य क्षेत्रों में दिन भर साफ मौसम रहा और शाम को तेज धूप खिली। आने वाले दिनों में भी मौसम की इसी तरह की रुख बने रहने की संभावना है जहां बीच-बीच में बादल छाने के साथ बूंदाबांदी हो सकती है पर ज्यादा वर्षा की उम्मीद कम ही नजर आ रही है।