यहां टुरिस्ट लोग किराए पर ले सकते है खूबसूरत पत्नी, अगर पसंद आ जाए तो कर सकते है शादी
Viral News: थाईलैंड दक्षिण-पूर्व एशिया का प्रमुख द्वीप देश अपने खूबसूरत समुद्र तटों और पर्यटक आकर्षणों के लिए दुनियाभर में जाना जाता है. समुद्र से घिरा यह देश हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है. पर्यटन (tourism in Thailand) यहां की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है और लोगों की आजीविका इससे काफी हद तक जुड़ी हुई है. हालांकि हाल के दिनों में यह देश एक विवादास्पद प्रथा जिसे रेंटल वाइफ के नाम से जाना जाता है के कारण भी चर्चा में है.
किताब ने खोला रेंटल वाइफ का राज
हाल ही में प्रकाशित हुई किताब "थाई टैबू: द राइज ऑफ वाइफ रेंटल इन मॉडर्न सोसाइटी" (Thailand's Taboo: The Rise of Wife Rental in Modern Society), ने रेंटल वाइफ प्रथा को दुनिया को बताया है. इस किताब में बताया गया है कि थाईलैंड में यह प्रथा (relationship trends) कैसे बढ़ रही है और इसका सामाजिक व आर्थिक असर क्या है. यह प्रथा धीरे-धीरे एक बड़े व्यवसाय का रूप ले चुकी है.
विदेशी पर्यटकों के लिए रेंटल वाइफ की सेवाएं
थाईलैंड विशेष रूप से पटाया जैसे पर्यटन स्थलों में यह प्रथा बहुत प्रचलित है. विदेशी पर्यटक (foreign tourists in Thailand) अक्सर इन सेवाओं का उपयोग करते हैं. ग्रामीण और गरीब पृष्ठभूमि की महिलाएं पैसों के लिए पर्यटकों की अस्थायी पत्नी बन जाती हैं. यह प्रथा मुख्य रूप से पटाया के रेड लाइट इलाकों बार और नाइट क्लबों से संचालित होती है.
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आर्थिक मजबूरियों से जुड़ा विवाद
रेंटल वाइफ का व्यवसाय (rental wife business) गरीब महिलाओं की आर्थिक मजबूरियों का परिणाम है. महिलाएं अस्थायी अनुबंध पर कुछ दिनों या महीनों के लिए इस प्रथा में शामिल होती हैं. इसकी फीस महिला की उम्र, सुंदरता और समय अवधि के आधार पर तय होती है, जो 1600 डॉलर से लेकर 116000 डॉलर तक हो सकती है. हालांकि, इस प्रथा को लेकर थाईलैंड में कोई विशेष कानूनी नियम नहीं हैं, जिससे इसके बढ़ने के विवादित कारण बनते हैं.
जापान और कोरिया से प्रेरित प्रथा
यह प्रथा जापान और कोरिया (rental wife culture in Japan and Korea) से प्रेरित है, जहां इस तरह की सेवाएं पहले से मौजूद हैं. थाईलैंड में इसके बढ़ने के पीछे प्रमुख कारण शहरीकरण, व्यस्त जीवनशैली और अकेलेपन की समस्या हैं. स्थाई रिश्तों की जगह अस्थायी रिश्तों को बढ़ावा देने वाले इस चलन को थाईलैंड की लचीली सामाजिक दृष्टिकोण ने और भी बढ़ावा दिया है.
रेंटल वाइफ का सामाजिक और आर्थिक असर
रेंटल वाइफ प्रथा थाईलैंड में सामाजिक और आर्थिक दोनों ही दृष्टिकोण से असर डाल रही है. यह न केवल महिलाओं की स्थिति को सवालों के घेरे में लाती है, बल्कि थाईलैंड के सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों को भी चुनौती देती है. हालांकि, कई महिलाएं इसे आय का जरिया मानती हैं, लेकिन यह उनकी स्वतंत्रता और गरिमा पर सवाल खड़ा करता है.