Tomato Farming: टमाटर की खेती करने के लिए ये 5 किसमें है बेस्ट, महज 70 दिनों में शुरू हो जाती है कमाई
Tomato Farming: टमाटर की खेती भारतीय किसानों के लिए एक लाभकारी ऑप्शन बन कर उभरी है. पांच प्रमुख किस्में, जैसे कि पूसा रूबी, पंत टमाटर-3, काशी विशेष, अर्का रक्षक और अर्का सम्राट ने किसानों को ज्यादा उपज और बेहतर आय मिलती है. यह फसल मात्र 70 से 85 दिनों में तैयार हो जाती है जो किसानों को तेजी से और अधिक बार फसल उगाने का अवसर देती है.
विभिन्न किस्मों की विशेषताएँ और उत्पादन क्षमता
पूसा रूबी जैसी किस्में, जिन्हें भारतीय सब्जी शोध संस्थान बनारस ने विकसित किया है, किसानों को 75 से 80 दिनों में उत्पादन देती हैं और प्रति हेक्टेयर 40 से 45 टन तक उत्पादन क्षमता (production capacity) रखती हैं. पंत टमाटर-3, जो 80 से 85 दिनों में उपज देती है, किसानों की पसंदीदा किस्म है और इससे 55 से 60 टन प्रति हेक्टेयर का उत्पादन संभव है.
काशी विशेष और अर्का रक्षक की ज्यादा उत्पादन
काशी विशेष टमाटर विशेष रूप से सूखे के खराब प्रभावों को सहन करने में सक्षम है और प्रति हेक्टेयर 40 से 45 टन तक उपज दे सकता है. अर्का रक्षक, जो विशेष रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता (disease resistance) के लिए जानी जाती है, अधिकतम 75 से 80 टन उपज प्रदान कर सकती है और इसका प्रति फल का वजन 90 से 100 ग्राम तक होता है.
अर्का सम्राट की खासियत और इसका बाजार में महत्व
अर्का सम्राट, जो एक संकर किस्म है और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित की गई है, 140 दिनों में 80-85 टन प्रति हेक्टेयर तक उपज देने की क्षमता रखती है. इस किस्म के टमाटर की गुणवत्ता और आकर्षक रूप इसे बाजार में उच्च मांग (high demand in market) वाली किस्म बनाते हैं.