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ट्रेन के किस डिब्बे में चैन खिंची है इसका कैसे पता लगाती है पुलिस, इस तकनीक से चुटकियों में लगा लेते है पता

भारतीय रेलवे को देश की जीवनरेखा माना जाता है जहां हर रोज लाखों लोग विभिन्न गंतव्यों की ओर यात्रा करते हैं। रेलवे की सेवाएं न केवल आरामदायक हैं बल्कि यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखती हैं। चाहे वो लंबी दूरी की यात्रा हो या शॉर्ट ट्रिप्स भारतीय रेल हमेशा यात्रियों के लिए एक भरोसेमंद साथी रही है।

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भारतीय रेलवे को देश की जीवनरेखा माना जाता है जहां हर रोज लाखों लोग विभिन्न गंतव्यों की ओर यात्रा करते हैं। रेलवे की सेवाएं न केवल आरामदायक हैं बल्कि यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखती हैं। चाहे वो लंबी दूरी की यात्रा हो या शॉर्ट ट्रिप्स भारतीय रेल हमेशा यात्रियों के लिए एक भरोसेमंद साथी रही है।

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चेन पुलिंग

ट्रेन के सफर के दौरान कभी-कभी आपातकालीन स्थितियों में चेन पुलिंग की जरूरत पड़ सकती है। यह विधि ट्रेन को आपातकालीन स्थितियों में रोकने का एक माध्यम है। लेकिन इसका उपयोग बिना वजह या अनुचित तरीके से करने पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

चेन पुलिंग के पीछे की तकनीक

चेन पुलिंग के बाद ट्रेन के रुकने की प्रक्रिया काफी जटिल होती है। जब कोई व्यक्ति चेन खींचता है तो लोको पायलट को इसकी सूचना मिलती है और वह ट्रेन को सुरक्षित स्थान पर रोकने का प्रयास करता है। इस पूरी प्रक्रिया में चेन अलार्म सिस्टम और चेन लाइन सिस्टम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है जिससे गार्ड को चेन पुलिंग के बारे में पता चलता है।