गैस मेंटल जलने के बाद कैसे पैदा करता है दूध जैसी सफेद लाइट, पूरे धागे में आग लगने के बाद भी क्यों नही जलता गैस मेंटल
हमारे आसपास हर दिन कई ऐसी चीजें देखते हैं, लेकिन हमें उनके बारे में बहुत कुछ पता नहीं है। या शायद ये हमारे दिनचर्या का हिस्सा बन गए हैं, इसलिए हम इन पर बहुत ध्यान नहीं देते। जैसे, टंकी खोली गई और पानी निकलने लगा, लेकिन कौन जानना चाहता है कि यह कैसे निकलता है?
यह भी एक सवाल है कि गैस सिलेंडर पर लगने वाला मेंटल किस कपड़े से बना है। पूरी तरह जलने के बाद दूधिया प्रकाश कैसे प्रकट होता है? बेशक, वर्तमान में गैस से जलने वाले मेंटल का उपयोग नहीं किया जाता। लेकिन कुछ वर्ष पहले, ये हमारे दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म कोरा पर हमें रोशनी देने वाले गैस मेंटल के बारे में कई प्रश्न पूछे गए हैं। एक व्यक्ति ने पूछा कि मेंटल किस कपड़े से बना है। कुछ लोग चाहते थे कि पूरी तरह से जलने के बाद भी ये सफेद प्रकाश देता है। जब लोगों ने इसके बारे में इंटरनेट पर जानना चाहा तो बहुत से जवाब मिले, तो चलिए आपको बताते हैं इससे जुड़ा अजीब ज्ञान।
किस धागे से गैस मेंटल बनाया जाता है?
किस कपड़े से गैस मेंटल बनाया जाता है? तो आइए जानते हैं इसका सही उत्तर। गैस मेंटल, विकिपीडिया के अनुसार, रेयन या सिल्क के कपड़े से बनाया जाता है। मेटल नाइट्रेट इसका परिष्कृत संस्करण है। मेटल ऑक्साइट की जाली इसमें बनती है। मेटल ऑक्साइड गर्म होने पर चमकने लगता है।
इसमें थोरियम डाईऑक्साइड है। यह चमकने लगता है जब गर्म लपट इसे चकराती है। उस समय यूरोप की सड़कों पर इससे ही रोशनी दी जाती थी। इसका भी काफी उपयोग किया गया है। आज भी इसका उपयोग जंगलों में या दूरस्थ कैम्पों में किया जाता है।