IPL में करोड़ों में बिकने वाले खिलाड़ियों को असल में कितना मिलता है पैसा, टैक्स के नाम पर काट लिए जाते है इतने पैसे
विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) के पहले सीजन में जब ऑक्शन की घोषणा हुई तो क्रिकेट प्रेमियों के बीच उत्साह देखने को मिला। इस ऑक्शन में कुल 87 खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन और क्षमता के आधार पर खरीदा गया। स्मृति मंधाना जिन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 3.40 करोड़ रुपये में खरीदा ऑक्शन की सबसे महंगी खिलाड़ी बनीं।
ऑक्शन प्राइज और खिलाड़ियों को मिलने वाली राशि
अक्सर यह प्रश्न उठता है कि ऑक्शन में जिस राशि पर खिलाड़ियों को खरीदा जाता है क्या वह पूरी राशि उन्हें मिलती है? जवाब है नहीं। इस राशि से विभिन्न कर और शुल्क कटौती के बाद ही नेट राशि खिलाड़ियों को प्रदान की जाती है।
टीडीएस और इनकम टैक्स
जब भी किसी खिलाड़ी को ऑक्शन में खरीदा जाता है तो उस राशि से टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) की जाती है। भारतीय खिलाड़ियों के लिए इसकी दर सामान्यतः 10% होती है। इसके अलावा खिलाड़ियों को अपनी सालाना कमाई के अनुसार इनकम टैक्स के नियमों के तहत टैक्स देना होता है।
विदेशी खिलाड़ियों के लिए कर नियम
विदेशी खिलाड़ियों के लिए भारत में उनकी कमाई पर 20% टीडीएस लगाया जाता है। इसके अलावा उन्हें अपने देश के कर नियमों के अनुसार भी कर चुकाना पड़ सकता है। हालांकि भारत में उनकी कमाई पर कोई अतिरिक्त टैक्स नहीं लगता।