बैंक डूब जाए तो खाताधारकों को जमा रकम कितनी मिलेगी ? जान लो ये खास नियम
Bank Fixed Deposit: भारतीय सरकार की जनधन खाता योजना के लॉन्च के बाद से बैंक खाता खोलने की एक नई लहर चली है. इस योजना के तहत लाखों नए खाते खोले गए हैं जिससे वित्तीय समावेशन में बढ़ोतरी हुई है. हालांकि बैंक खाता खोलने की होड़ में कुछ जोखिम भी सामने आए हैं.
नई ट्रांसफर पॉलिसी के नियम क्या कहते हैं?
वित्त मंत्रालय ने हाल ही में बैंक खाता ट्रांसफर पॉलिसी को अपडेट करने की सलाह दी है. इस नई पॉलिसी के तहत एक व्यक्ति अधिकतम 5 लाख रुपये तक की राशि को सुरक्षित माना जाएगा. यदि बैंक दिवालिया हो जाता है तो ग्राहक को उसकी जमा राशि में से केवल 5 लाख रुपये तक ही वापस मिल सकेंगे.
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भारत में बैंक खातों की सुरक्षा
भले ही पिछले 50 वर्षों में भारत में बहुत कम बैंक दिवालिया हुए हैं लेकिन जमा राशि की सुरक्षा हमेशा एक चिंता का विषय रही है. बैंकों ने डिपॉजिट बीमा कवर को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है जिससे ग्राहकों की चिंताएँ कुछ कम हुई हैं.
बैंक में फंसे पैसे कैसे मिलेंगे?
अगर बैंक डूबता है, तो ग्राहकों को उनकी जमा राशि में से केवल 5 लाख रुपये तक की रकम ही वापस मिलेगी. यहाँ तक कि अगर खाते में 8 लाख रुपये हों तब भी केवल 5 लाख रुपये ही गारंटीशुदा हैं. इस प्रक्रिया के तहत ग्राहकों को अपनी राशि वापस पाने के लिए विभागीय प्रक्रियाओं का पालन करना पड़ता है.