बाइक में ज्यादा पॉवर होती है तो फिर बस और ट्रक में डीजल इंजिन क्यों होते है, जाने इसके पीछे का मजेदार कारण
वाहनों की दुनिया में पेट्रोल और डीजल इंजन की तुलना हमेशा से एक गर्म विषय रही है। आमतौर पर लोगों का मानना है कि पेट्रोल इंजन ज्यादा पावरफुल होते हैं। लेकिन जब ज्यादा वजन ढोने की बात आती है, तब डीजल इंजन का चुनाव किया जाता है। लेकिन ऐसा क्यों होता है? चलिए इसके बारे मे पूरी डिटेल की चर्चा करते हैं।
डीजल का अद्भुत लाभ
पेट्रोल और डीजल दोनों ही कच्चे तेल से बनते हैं। जहां पेट्रोल हल्का होता है, वहीं डीजल इसके मुकाबले काफी भारी होता है। इस भारीपन के कारण डीजल इंजन पेट्रोल इंजन के मुकाबले लगभग 50% अधिक दक्ष होते हैं।
इसका मतलब है कि डीजल इंजन उतनी ही मात्रा में ईंधन से ज्यादा समय तक और अधिक काम कर सकते हैं। इससे न केवल ईंधन की बचत होती है बल्कि काम मे समय की भी बचत होती है।
ताकत और प्रेशर
डीजल इंजन की एक और मुख्य विशेषता इसकी ताकत होती है। डीजल हवा को 25-30 गुना प्रेशर देता है, जबकि पेट्रोल 12-13 गुना ही प्रेशर देता है। यह उच्च प्रेशर डीजल इंजन को ज्यादा शक्तिशाली बनाता है और इसी कारण यह भारी वाहनों जैसे कि ट्रक, बस और जहाजों में पसंद किया जाता है।
ज्वलनशीलता डीजल बनाम पेट्रोल
डीजल को जलाना पेट्रोल की तुलना में काफी कठिन होता है। इसके लिए ज्यादा हवा और उच्च प्रेशर की आवश्यकता होती है, जो केवल डीजल इंजन में ही संभव है। इस उच्च प्रेशर के कारण डीजल इंजन में कम्प्रेशन रेशियो अधिक होता है, जिससे यह अधिक वजन उठा सकता है और अधिक दूरी तक चल सकता है।
लंबी उम्र के होते है डीजल इंजन
डीजल इंजन की एक और बड़ी विशेषता इसकी दीर्घायु है। चूंकि डीजल इंजन का rpm (रोटेशन प्रति मिनट) कम होता है, इसलिए यह ज्यादा समय तक चलता है। यही कारण है कि रेल इंजन जैसे भारी वाहन लगभग 36 साल तक सेवा दे सकते हैं।
इन सब कारणों के चलते डीजल इंजन भारी वाहनों और लंबी दूरी की यात्रा के लिए एक समझदारी भरा चयन साबित होते हैं। इसकी उच्च दक्षता, शक्ति और लंबी उम्र इसे पेट्रोल इंजन के मुकाबले व्यावसायिक उपयोग के लिए अधिक उपयुक्त बनाती है।