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जोधपुर की इस अनोखी मिठाई का नाम तेज बोला तो हो सकती है पिटाई, गाली समझकर लोग कर देंगे मुंह लाल

भारतीय संस्कृति में खाने का एक अहम हिस्सा मिठाई होती है। यहां हर खुशी के मौके पर मिठाई बांटी जाती है। हर राज्य के पास अपनी खास मिठाइयां हैं जो उस क्षेत्र की पारंपरिक विरासत को दर्शाती हैं।
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भारतीय संस्कृति में खाने का एक अहम हिस्सा मिठाई होती है। यहां हर खुशी के मौके पर मिठाई बांटी जाती है। हर राज्य के पास अपनी खास मिठाइयां हैं जो उस क्षेत्र की पारंपरिक विरासत को दर्शाती हैं। जैसे गुलाब जामुन, जलेबी, रसगुल्ला और मालपुआ पूरे भारत में प्रसिद्ध हैं।

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ये मिठाई भारतीय विविधता और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। जो न सिर्फ जायके में बल्कि अपनी विशेषता में भी अनूठी है।

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जोधपुर की खास पेशकश चुटिया चक्की

जोधपुर का चुटिया चक्की नामक मिठाई एक खास पहचान रखती है। यह बेसन, घी और चीनी से बनाई जाती है और इसकी खुशबू और स्वाद लाजवाब होता है। इस मिठाई की खासियत यह है कि यह बहुत ही नाजुक और मुलायम होती है जो घी में पकाई जाती है।

चुटिया चक्की स्वाद और संस्कृति का संगम

इस मिठाई का नाम उतना ही अनोखा है जितना कि इसका स्वाद। जोधपुर में इस मिठाई के लिए लोगों में विशेष आकर्षण है और यहां की दुकानों पर इसे खरीदने के लिए भीड़ उमड़ती है। दुकानों पर शाम होते ही यह मिठाई आते ही बिक जाती है और अक्सर शाम 5 बजे के बाद यह मिलना भी मुश्किल हो जाता है।

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चुटिया चक्की की आर्थिक और सांस्कृतिक भूमिका

इस मिठाई की खासियत यह है कि इसे जोधपुर के विशेष त्यौहारों और मौकों पर बनाया जाता है। इसकी कीमत प्रति किलो 500 रुपये होती है, जो इसकी गुणवत्ता और मांग को दर्शाती है। चुटिया चक्की न केवल जोधपुर बल्कि पूरे राजस्थान में मिठाई के शौकीनों के बीच प्रसिद्ध है।