ये डॉक्युमेंट नही हुआ तो पेट्रोल पंप पर ही कट जाएगा मोटा चालान, गाड़ी रखते है तो तुरंत करवा ले ये काम
भारत में वाहन चालकों के लिए यातायात नियमों का पालन अत्यंत आवश्यक है। ये नियम न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा करते हैं बल्कि सड़क पर अन्य यात्रियों की सुरक्षा में भी योगदान देते हैं। नियमों का सही तरीके से पालन न करने पर न केवल जुर्माना लगता है बल्कि दोबारा अपराध करने पर जेल की सजा भी हो सकती है।
सड़क हादसों और उल्लंघन का पालन
कई बार देखा गया है कि गलत तरीके से वाहन चलाने की वजह से गाड़ियाँ हादसों का शिकार हो जाती हैं। ऐसे में ड्राइवर को वाहन चलाते समय सतर्क रहने की जरूरत होती है। सड़क पर लापरवाही और नियमों की अनदेखी करने वाले ड्राइवर न सिर्फ अपने लिए बल्कि अन्य लोगों के लिए भी खतरा बन सकते हैं।
नियमों की अज्ञानता और जानबूझकर उल्लंघन
अक्सर देखा गया है कि कुछ ड्राइवरों को यातायात नियमों की सही जानकारी नहीं होती, जिससे उन्हें जुर्माना भरना पड़ता है। वहीं कुछ ड्राइवर जानबूझकर नियमों का उल्लंघन करते हैं। ऐसे में सरकार ने सख्त कदम उठाया है और इन ड्राइवरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाती है।
प्रदूषण नियंत्रण सर्टिफिकेट की आवश्यकता
सड़क पर निकलने से पहले वाहन चालकों के लिए कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज रखना अनिवार्य है। इनमें से एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसी)। इसके बिना सड़क पर वाहन चलाना कानूनी रूप से दंडनीय है और इससे वाहनों से होने वाले प्रदूषण में बढ़ोतरी होती है।
जुर्माना और सख्ती का प्रावधान
अगर कोई वाहन चालक बिना वैध पीयूसी के पेट्रोल पंप पर जाता है तो उस पर ₹10,000 का जुर्माना लग सकता है। सरकार ने पेट्रोल पंपों पर कैमरे लगवाए हैं जो वाहनों की नंबर प्लेट को स्कैन करके उनके पीयूसी की वैधता जांचते हैं। अगर वाहन का पीयूसी अवैध पाया जाता है तो वाहन चालक के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर जुर्माने का मैसेज आ जाता है और उसे तुरंत जुर्माना देना होता है।