पूरे दिन AC के नीचे बैठकर काम करते है तो हो सकती है ये दिक्क्त, बाद में होगा जिंदगीभर अफसोस
देशभर में गर्मियों की शुरुआत हो चुकी है और साथ ही बढ़ते तापमान के कारण स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी बढ़ रहा है। ऐसे में एयर कंडीशनर (एसी) का इस्तेमाल लगभग हर घर और कार्यालय में आम बात हो गई है। यह उपकरण निश्चित रूप से गर्मी से राहत दिलाने में सहायक है परन्तु इसके अधिक इस्तेमाल से जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों पर भी विचार करना जरूरी है।
एसी के प्रयोग से जुड़े स्वास्थ्य जोखिम
गर्मी के दिनों में एसी का निरंतर और लंबे समय तक इस्तेमाल विशेष रूप से त्वचा, आँखों और वायुमार्ग के लिए कई समस्याएँ पैदा कर सकता है। एसी से निकलने वाली शुष्क हवा त्वचा की नमी खींच लेती है जिससे त्वचा रूखी और परतदार हो सकती है। इसके अलावा इसी शुष्क हवा के कारण आँखों में सूखापन और जलन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
एसी और डिहाइड्रेशन का खतरा
एसी की ठंडी हवा नमी को कम कर देती है, जिससे हवा में नमी का स्तर गिर जाता है और इसका सीधा असर हमारे शरीर पर पड़ता है। कमरे का तापमान ठंडा होने के कारण अक्सर हम कम पानी पीते हैं जिससे डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। यह स्थिति विशेषकर उन लोगों के लिए कठिन हो सकती है जो अधिक समय तक एसी में रहते हैं।
सांस संबंधी समस्याएं और एसी का असर
वायु शुद्धता और श्वसन स्वास्थ्य के लिए एसी का अधिक इस्तेमाल हानिकारक साबित हो सकता है। एसी की शुष्क हवा से वायुमार्ग में जलन हो सकती है जिससे खांसी और छींक आने लगती है। जिन व्यक्तियों को पहले से श्वसन समस्याएं हैं जैसे कि अस्थमा या एलर्जी हैं उनमें ये समस्याएं और भी बढ़ सकती हैं।