1970 में दिल्ली की सड़कों पर डबल डेकर बसों का था राज, सफ़र करने के लिए देना पड़ता था मामूली सा किराया

दिल्ली का एक लंबा और पुराना इतिहास है। यह कई बार नष्ट हो चुका है और बार-बार बसा हुआ है। आज दिल्ली की सड़कों पर आपको बड़ी-बड़ी इमारतें और महंगी गाड़ियां मिल सकती हैं। परिवहन भी अधिक मॉडर्न हो गया है, मेट्रो शहर के कई हिस्सों तक पहुंच रही है और बसें इलेक्ट्रिक या सीएनजी इंजन का उपयोग कर रही हैं। बहरहाल, हम आपको पुराने समय में ले चलेंगे और आपको बताएंगे कि भारत में जब दो डेक वाली बसें आम हुआ करती थीं।
1970 की पुरानी फ़ोटो हो रही वायरल
रघुवीर बोरा ने डीटीसी की एक पुरानी बस की तस्वीर शेयर की है। उन्होंने कैप्शन में लिखा है कि यह बस 1970 से है और दिल्ली के सरोजिनी नगर और देवनगर के बीच चलती थी. दिल्ली की सड़कों पर आज जो बसें चलती हैं, वे तब अलग थीं।
5 पैसे हुआ करता था किराया
डीटीसी 60 के दशक में डबल डेकर बस चलाती थी। सुमंत चड्ढा तब छात्र थे और वे रोज इसकी सवारी करके शादीपुर डिपो से ईस्ट पटेल नगर स्थित दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी जाते थे. किराया केवल पांच पैसे हुआ करता था, लेकिन अब डीटीसी का न्यूनतम किराया केवल पांच रुपये है।
स्टूडेंट्स के लिए बना हुआ था पास
एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि जो बस सरोजिनी नगर डिपो से रीगल जाती थी वह कई अन्य रूटों पर चलती थी। जब मैं सरोजिनी नगर स्कूल का छात्र था तब मैंने इस बस में कई बार यात्रा की है। इतना ही नहीं बस का एक अलग मॉडल भी था जिसमें ड्राइवर के लिए अलग केबिन होता था। एक यूजर ने इस पर कमेंट करते हुए कहा कि उस वक्त डीटीसी की डबल डेकर बस का स्टूडेंट किराया 12.50 रुपये हुआ करता था। जब लोगों को यह बस दिखती थी तो उन्हें बहुत खुशी होती थी।