1985 में 8 रुपए में शाही पनीर तो 5 रुपए में आती थी दाल मखनी, 39 साल पुराने रेस्टोरेंट बिल ने इंटरनेट पर सबको कर दिया हैरान
अप्रैल का महीना शुरू हो चुका है और जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है। लोग घर के बोरिंग खाने से ऊब कर बाहर खाने का आनंद लेने के लिए निकल रहे हैं। मगर जब खाने के बाद बिल आता है, तो सभी का मूड ऑफ हो जाता है। आइए जानते हैं कि बढ़ती महंगाई के इस दौर में खाने की कीमतों में किस तरह का परिवर्तन आया है।
इस बिल को देखकर यह सवाल उठता है कि क्या हम फिर से वह समय लौटा सकते हैं जब खाने की कीमतें इतनी कम हुआ करती थीं। जाहिर है। समय के साथ चीजें बदलती हैं और महंगाई एक ऐसा कारक है जिसे रोक पाना मुश्किल है। लेकिन यह विचार तो दिलचस्प है कि कैसे एक समय पर खाना इतना सस्ता हुआ करता था।
बाहर खाने का बढ़ता चलन और खर्च
महीने में एक या दो बार बाहर खाना आज कल की जिंदगी का एक हिस्सा बन गया है। लोग अक्सर अपने परिवार या दोस्तों के साथ अच्छे रेस्टोरेंट्स में जाकर विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का आनंद लेते हैं।
लेकिन आजकल अच्छे रेस्टोरेंट में खाने जाना काफी महंगा साबित हो रहा है। दो लोगों का खाना भी कम से कम 300 से 500 रुपए के बीच में पड़ता है, जो कि आम आदमी की जेब पर भारी पड़ता है।
वायरल हो रहा है 37 साल पुराना रेस्टोरेंट का बिल
सोशल मीडिया पर इन दिनों 1985 का एक रेस्टोरेंट का बिल बहुत वायरल हो रहा है। जिसमें खाने की कीमतें देखकर आज के समय के लोग हैरान हैं। इस बिल में शाही पनीर मात्र 8 रुपए, दाल मखानी 5 रुपए और रायता भी 5 रुपए का है। इस तरह के दाम आज के समय में अकल्पनीय हैं, जहां एक साधारण व्यंजन की कीमत भी 100 रुपए से शुरू होती है।
समय के साथ बदलती कीमतें
यह बिल न केवल खाने की कीमतों में आए भारी बदलाव को दर्शाता है। बल्कि यह भी बताता है कि समय के साथ कैसे महंगाई ने हमारी जेब पर असर डाला है। 1985 के उस बिल में कुल खर्च सिर्फ 26 रुपए 30 पैसे था। जिसमें एक पूरे परिवार ने भरपेट भोजन किया था। आज यह रकम किसी भी अच्छे रेस्टोरेंट में एक व्यक्ति की एक डिश की कीमत भी नहीं है।