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रील बनाने के चक्कर में सड़क पर कर दिया बड़ा कांड, इतने हजार का कटा चालान की आपको भी नही होगा भरोसा

आजकल के डिजिटल युग में सोशल मीडिया पर रील बनाने का चस्का युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहा है। इसके लिए वे कई बार ऐसे कदम उठा लेते हैं जिनके परिणाम काफी गंभीर हो सकते हैं। दिल्ली में हाल ही में घटित एक घटना ने इस बात को फिर से साबित कर दिखाया है कि कैसे रील बनाने की जिद में लोग न केवल अपनी बल्कि दूसरों की सुरक्षा के साथ भी खिलवाड़ कर बैठते हैं।

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आजकल के डिजिटल युग में सोशल मीडिया पर रील बनाने का चस्का युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहा है। इसके लिए वे कई बार ऐसे कदम उठा लेते हैं जिनके परिणाम काफी गंभीर हो सकते हैं। दिल्ली में हाल ही में घटित एक घटना ने इस बात को फिर से साबित कर दिखाया है कि कैसे रील बनाने की जिद में लोग न केवल अपनी बल्कि दूसरों की सुरक्षा के साथ भी खिलवाड़ कर बैठते हैं।

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ट्रैफिक में उत्पन्न चुनौती

दिल्ली के पश्चिम विहार क्षेत्र में एक फ्लाईओवर पर एक युवक ने अपनी कार को अनुचित तरीके से रोककर रील बनाना शुरू किया। उसके इस काम ने न केवल ट्रैफिक जाम की समस्या खड़ी कर दी बल्कि अन्य वाहन चालकों को भी खासी परेशानी में डाल दिया। यह घटना उन कई घटनाओं में से एक है जहां व्यक्तिगत मनोरंजन के लिए सार्वजनिक सुविधाओं का दुरुपयोग हुआ है।

कानूनी कार्यवाही और जुर्माना

पुलिस ने इस युवक की हरकतों को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की। युवक को न केवल गिरफ्तार किया गया बल्कि उस पर 36,000 रुपये का भारी जुर्माना भी लगाया गया। यह जुर्माना उसके द्वारा किए गए नियमों के उल्लंघन के लिए था जिसमें फ्लाईओवर पर बैरिकेड्स को नुकसान पहुँचाना और आग लगाना भी शामिल था। इस घटना ने स्पष्ट किया कि लापरवाही बरतने वालों के लिए कानून में सख्त प्रावधान हैं।

क्या कहती है भारतीय न्याय संहिता?

भारतीय न्याय संहिता के अनुसार सार्वजनिक मार्ग को अवरुद्ध करना एक गंभीर अपराध है। धारा 431 के तहत ऐसे किसी भी काम के लिए दोषी व्यक्ति को पाँच वर्ष तक की जेल और/या जुर्माना का प्रावधान है। यह नियम यह सुनिश्चित करता है कि सार्वजनिक स्थलों का उपयोग सभी के लिए सुगम और सुरक्षित रहे।