इस राज्य में रद्दी के भाव में खरीद सकते है काजू-बादाम, लोग बोरी भर भरके करते है खरीदारी
Dry Fruits Market: झारखंड का जामताड़ा उन खास जगहों में से एक है जहां काजू की बंपर खेती होती है. यहां के काजू बादाम अपनी कम कीमत के लिए काफी वायरल हैं जो कि स्थानीय किसानों और आमजन के लिए फायदेमंद साबित नहीं हो पा रहा है.
जामताड़ा
झारखंड के जामताड़ा को अक्सर 'काजू की नगरी' के नाम से जाना जाता है. यहां के किसानों ने विशाल पैमाने पर काजू की खेती अपनाई है, जिससे हर साल हजारों टन काजू का उत्पादन होता है. इस उत्पादन की बड़ी मात्रा के कारण, स्थानीय बाजार में काजू की कीमतें अत्यंत कम हो जाती हैं.
काजू की कम कीमत का कारण
जामताड़ा में काजू बेहद कम कीमत पर मिलते हैं क्योंकि यहां प्रोसेसिंग प्लांट की कमी है. इसके अलावा किसानों को सही मार्केटिंग और बिक्री के अवसर भी नहीं मिलते हैं. इससे उन्हें अपनी उपज को बेहद कम मूल्य पर बेचना पड़ता है.
किसानों को नहीं मिलता उचित मूल्य
काजू की खेती में अच्छी खासी आय होने की संभावना होते हुए भी जामताड़ा के किसानों को उनकी मेहनत का उचित लाभ नहीं मिल पाता. उन्हें अपने उत्पादों को बाजार में कम कीमत पर बेचना पड़ता है जिससे उनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित होती है.