home page

राजस्थान के इस जिले से बढ़ेगी दिल्ली की कनेक्टिविटी, सालों पुराना सपना होगा पूरा

दिल्ली और जयपुर के बीच सीधी रेल सेवा को बेहतर बनाने के लिए जालोर और समदड़ी-भीलड़ी रेलवे खंड पर नई योजनाएं गढ़ी जा रही हैं.
 | 
Act as a expert journalist writer (expertise- writing breaking news, sports news, other editorial news in hindi), write a well structured content in hindi on given topic, it should be plagarism free and easy human language. Do not use tough hindi words and follow a flow to give best reading experience to users. Please write best suitable and seo friendly sub title for each paragraph. write article in normal or easy human hindi words so every one can read  Use the title reference:  " दिल्ली और जयपुर को सीधी रेल कनेक्टिविटी बेहतर होने वाली है इसको लेकर कवायद तेज हो चुकी हैं। जालोर और समदड़ी-भीलड़ी रेलवे खंड को जल्द ही जयपुर और दिल्ली तक सीधी ट्रेन देने की योजना बनाई जा रही है। रेलवे बोर्ड को यह महत्वपूर्ण प्रस्ताव भेजा गया है, जो स्थानीय आवश्यकताओं और संभावित यात्री भार को देखते हुए दिल्ली तक सीधी ट्रेन चलाने की मांग करता है। यदि ऐसा होता है, तो लगभग 14 साल से चली आ रही इस रेल खंड की मांग पूरी हो जाएगी. जालोर को दक्षिण में कर्नाटका, महाराष्ट्र और गुजरात से जोड़ा जाएगा, जबकि उत्तर में प्रदेश की राजधानी जयपुर और देश की राजधानी नई दिल्ली से जोड़ा जाएगा।  14 साल बाद भी दिल्ली अभी भी काफी दूर  जालोर, भीनमाल और रानीवाड़ा जैसे बड़े रेलवे स्टेशनों में ब्रॉडगेज होने के 14 साल बाद भी दिल्ली अभी भी काफी दूर है। ब्रॉडगेज होने के बावजूद इस मार्ग पर न तो दिल्ली न तो जयपुर के लिए कोई सीधी ट्रेन है। इस मामले में बुधवार को जागनाथ में हुई बैठक में सुझाव आया है। ग्रेनाइट उद्यमियों को बताया गया कि डीआरएम से दिल्ली के लिए सीधी ट्रेन की मांग भेजी गई है और प्रस्ताव रेलवे बोर्ड में प्रक्रियाधीन है। ध्यान दें कि यह मांग लगभग डेढ़ दशक से चली आ रही है और लगातार तीन बार सांसद रह चुके देवजी पटेल ने इसे व्यवहारिक रूप से पूरा नहीं कर पाया, जिससे वे कई बार नाराज हो गए और इस बार तो सांसद का टिकट तक खो दिया गया।   ये पक्ष आवश्यक हैं  रेलवे प्रशासन और बोर्ड नई लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए तीन से चार महत्वपूर्ण पहलू देखते हैं। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, लंबी दूरी की ट्रेनों के संचालन के लिए स्थानीय आवश्यकताओं, रैक मेंटिनेंस और सफाई के लिए निकटतम सुविधा, और संबंधित रूट पर की जाने वाली आवश्यकताओं के लिए स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखना चाहिए। रानीवाड़ा में कोच वॉटरिंग प्लांट बन गया है, इसलिए मरम्मत और रखरखाव की कोई समस्या नहीं होगी।  दो ट्रेन सीधे विकल्प हैं  लंबे समय से जोधपुर-गांधीधाम ट्रेन सप्ताह में तीन दिन चलती है। इस ट्रेन को दिल्ली तक बढ़ाया जा सकता है, जिससे राहत मिलेगी। ग्रेनाइट उद्यमियों ने भी डीआरएम को इसका सुझाव दिया।  सालासर एक्सप्रेस ट्रेन वापसी के बाद लगभग सात घंटे तक जोधपुर में पड़ी रहती है. इस ट्रेन को रानीवाड़ा तक चलाया जाए तो दिल्ली तक बेहतर कनेक्टिविटी मिल सकती है।   दिल्ली से जोधपुर तक गुजरात और महाराष्ट्र की कनेक्टिविटी के लिए लिंक एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जाएं, जो प्रवासियों को भी फायदेमंद होंगे।  इस मार्ग पर ट्रेनों को बढ़ाना  यह रेलमार्ग बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन यात्रियों के लिए सुविधाएं और यात्री गाड़ी नहीं है। मैंने व्यक्तिगत तौर पर और पत्राचार के माध्यम से दिल्ली और जयपुर के लिए ट्रेन की व्यवस्था करने की मांग की है। इस समस्या को स्थायी रूप से हल किया जा सकता है अगर जोधपुर से कुछ महत्वपूर्ण ट्रेनों को इस रेल खंड में शामिल किया जाए।  ग्रेनाइट उद्यमियों से हुई बातचीत सकारात्मक रही। दिल्ली से सीधी ट्रेन की मांग की गई है; हमने प्रस्ताव भेजे हैं जो यहाँ की अच्छी संभावनाओं को देखते हैं। बोर्ड से मंजूरी मिलने पर ट्रेनें चलाया जाएगा। जालोर में बहुत सारे विकास कार्य चल रहे हैं, इसलिए ग्रेनाइट इंडस्ट्रीज को दिल्ली से रेल सेवा की सुविधा चाहिए। DRM ने हमारे अनुरोध पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। ग्रेनाइट उद्योग और जिलेवासी ट्रेन चलाने से खुश होंगे।"  Remember that, content should be not less than 800 words, do not use tough hindi words and follow a flow to give best reading experience to users.
   

Indian railway news : दिल्ली और जयपुर के बीच सीधी रेल सेवा को बेहतर बनाने के लिए जालोर और समदड़ी-भीलड़ी रेलवे खंड पर नई योजनाएं गढ़ी जा रही हैं. इस महत्वपूर्ण कदम से न केवल स्थानीय आवश्यकताओं की पूर्ति होगी बल्कि दक्षिणी राज्यों जैसे कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात के साथ उत्तर की प्रमुख राजधानियों का बेहतर सम्पर्क स्थापित होगा. इस प्रस्ताव के स्वीकृत होने से इस खंड पर यात्री सुविधाओं में अपेक्षित वृद्धि होगी और 14 वर्षों की मांग की पूर्ति होगी.

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

दिल्ली से दूरी बनी चुनौती

ब्रॉडगेज बनने के 14 वर्षों के बावजूद जालोर, भीनमाल और रानीवाड़ा जैसे बड़े रेलवे स्टेशन दिल्ली और जयपुर से सीधी ट्रेन सेवाओं की कमी से जूझ रहे हैं. इस दूरी को पाटने के लिए बुधवार को जागनाथ में हुई बैठक में विभिन्न सुझावों पर चर्चा की गई. इस बैठक में यह उम्मीद जताई गई कि रेलवे बोर्ड जल्द ही इस प्रस्ताव पर मुहर लगा देगा.

आवश्यक पहलुओं पर ध्यान

नई ट्रेन सेवाओं की शुरुआत से पहले रेलवे प्रशासन विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर विचार करता है जैसे कि स्थानीय जरूरतें, रैक मेंटिनेंस की सुविधाएं, और संबंधित मार्ग पर आवश्यकताओं का मूल्यांकन. रानीवाड़ा में हाल ही में स्थापित कोच वॉटरिंग प्लांट इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है जो सेवाओं के सुचारू संचालन में मदद करेगा.

यह भी पढ़ें - School Holiday: 12, 13 और 15 नवंबर को रहेगी स्कूलों की छुट्टी, इन राज्यों में सरकारी दफ़्तर और स्कूल रहेंगे बंद

ट्रेनों के ऑप्शन और संभावनाएं

जोधपुर-गांधीधाम ट्रेन, जो सप्ताह में तीन दिन चलती है, को दिल्ली तक विस्तारित करने की संभावना है. इसके अलावा, सालासर एक्सप्रेस, जो जोधपुर में लगभग सात घंटे रुकती है, को रानीवाड़ा तक बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. ये दोनों विकल्प इस क्षेत्र की दिल्ली तक सीधी कनेक्टिविटी को मजबूत कर सकते हैं.