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राजा के खंडहर हो चुके महल में घूम रही लड़की पर हुई पैसों की बरसात, खबर मिलते ही खुदाई करने के लिए लगी लोगों की भीड़

कहते हैं ना कि देने वाला जब भी देता है, छप्पर फाड़ कर देता है. अगर किस्मत मेहरबान हो तो इंसान को फर्श से अर्श तक जाने में समय नहीं लगता. ऐसा ही कुछ हुआ इस महिला के साथ. जिस महिला के बारे में हम बात कर रहे हैं,

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राजा के खंडहर हो चुके महल में घूम रही लड़की पर हुई पैसों की बरसात
   

कहते हैं ना कि देने वाला जब भी देता है, छप्पर फाड़ कर देता है. अगर किस्मत मेहरबान हो तो इंसान को फर्श से अर्श तक जाने में समय नहीं लगता. ऐसा ही कुछ हुआ इस महिला के साथ. जिस महिला के बारे में हम बात कर रहे हैं,

उसे एक खंडहर से महल के आंगन में खजाना ही मिल गया. जी हां, उसके हाथ करीब तीन सौ चांदी के सिक्कों सहित कई जेवर और कई अन्य बेशमकीमती आइटम्स लगे. इन सभी को कई हजार साल पहले एक राजा ने दफनाया था. लेकिन इतने सालों तक सबने सिर्फ कहानियों में इसके बारे में सुना था.

राजा के महल के आंगन से इस खजाने को ढूंढा गया. इससे पहले भी इसी जगह से एक बार और खजाना ढूंढा गया था. इसमें चांदी के दो मटके शामिल थे. ये सारा खजाना फर्स्ट सेंचुरी एडी का बताया जा रहा है. इसमें तीन सौ चांदी के पीसेस शामिल है,

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साथ ही पचास सिक्के और कुछ गहने भी शामिल हैं. ये डिस्कवरी पिछले साल एक लोकल आर्कियोलॉजिस्ट की टीम की टीम ने की थी. डेनमार्क के होबरो शहर में स्थित इस महल से खजाना मिला था. इस महल के राजा का नाम हेराल्ड ब्लूटूथ था.

आज भी मशहूर है राजा

जिस राजा के महल से खजाना मिला है, उसी के नाम पर ब्लूटूथ को नेम किया गया है. ये शार्ट रेंज कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल आज हर कोई इस्तेमाल करता है. जिस महल से ये खजाना मिला, उसे 980 AD में बनाया गया था. एक्सपर्ट्स के मुताबिक़, जिन दो जगहों से खजाना मिला है, वो असल में एक ही जगह होगा. लेकिन इतने सालों में किसी चोर की नजर इसपर पड़ी होगी और उसी ने इसे दो जगह छिपा दिया होगा. दोनों खजाने एक-दूसरे से सौ फ़ीट की दूरी पर मिले.

मेटल डिटेक्टर से मिला खजाना

जिस खजाने के बारे में लोगों ने सिर्फ कहानियों में सुना था, उसे एक लोकल महिला ने ढूंढ निकाला. उसके पास मेटल डिटेक्टर था. उसी से ये चांदी ढूँढा गया. इसमें जो सिक्के मिले हैं, वो सिर्फ स्कैंडेनेविया के नहीं है. बल्कि ऐसे सिक्के जर्मनी और मिडिल ईस्ट में भी पाया गया है.

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सिक्कों को देखने के बाद स्टॉकहोल्म यूनिवर्सिटी के कॉइन एक्सपर्ट जेन्स क्रिस्चियन मोएस्गार्ड ने लाइव साइंस को बताया कि ये सिक्के राजा अपनी प्रजा में बांटने के लिए बनवाता था. हो सकता से इसे दफनाया गया हो. अब इस जगह पर कई एक्सपर्ट्स खुदाई कर और सिक्कों की तलश कर रहे हैं.