बीवी को मयाके छोड़कर चले गये खेसारी लाल यादव, उसके बाद जो हुआ उसको देख आपको भी होगी हैरानी
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में खेसारी लाल यादव का नाम आज किसी पहचान का मोहताज नहीं है। उन्होंने 2012 में अपनी पहली फिल्म 'साजन चले ससुराल' से फिल्म जगत में कदम रखा और रातों-रात स्टार बन गए। इसके पहले वे और उनका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे, जहां उन्हें सड़कों पर लिट्टी-चोखा बेचने का काम भी करना पड़ता था। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपने कला के बल पर उन्होंने बड़ी सफलता हासिल की।
उपलब्धि और सफलता का सफर
खेसारी लाल यादव आज भोजपुरी सिनेमा के सबसे बड़े सितारे हैं। उनकी सफलता की कहानी इस बात का प्रमाण है कि कठिन परिश्रम और लगन से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। उनके पास आज नाम, पैसा, शोहरत और रुतबा है, जिसकी वजह से उनकी नेटवर्थ 18 से 20 करोड़ रुपये तक बताई जाती है। उनकी फिल्में और गाने न सिर्फ हिट होते हैं बल्कि दर्शकों के दिलों पर राज करते हैं।
नया सॉन्ग
हाल ही में रिलीज हुआ उनका गाना 'कोरवा में सुता के' मात्र 6 दिनों में ही 15 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है। खेसारी और शिल्पी राज की जुगलबंदी ने इस गाने को खास बना दिया है। उनकी आवाज और भावपूर्ण प्रस्तुति ने इस गाने को एक अलग ही मुकाम पर पहुंचाया है।
गीत का वीडियो और भावनात्मक असर
वीडियो में खेसारी ने नीतू यादव के पति का किरदार निभाया है जो उन्हें छोड़कर जाते हैं। इसके बाद नीतू के चरित्र को अपने पति की याद बहुत सताती है। बेडरूम से लेकर बंद कमरे तक उनकी याद में वह फोन लगाती है और दोनों के बीच की खट्टी-मीठी नोकझोंक और प्यार भरे पलों को याद करती है।