BSNL 4G में पोर्ट करवाने से पहले जान ले ये बात, वरना होगा बड़ा पछतावा
हाल ही में निजी टेलीकॉम कंपनियों के रिचार्ज प्लान महंगे होने के कारण लोगों में BSNL में अपना नंबर पोर्ट कराने की रुचि बढ़ी है. जुलाई में लाखों यूजर्स ने BSNL की सेवाओं का रुख किया. यह बदलाव सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चित रहा है.
BSNL 4G रोलआउट की तैयारी
BSNL ने 4G नेटवर्क रोल आउट की योजना बनाई है जिसके तहत 1 लाख नए मोबाइल टावर लगाने का लक्ष्य है. इस साल के अंत तक 75 हजार मोबाइल टावर लाइव होने की संभावना है. इस कदम से BSNL अन्य निजी टेलीकॉम कंपनियों के बराबरी में आने की कोशिश कर रहा है.
सिम खरीदने का अनुभव
BSNL सिम कार्ड खरीदने का अनुभव काफी सकारात्मक रहा. खासकर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और केरल के कुछ क्षेत्रों में, जहां होम डिलीवरी सुविधा उपलब्ध है. इससे ग्राहकों को काफी सहूलियत हुई है.
नेटवर्क और यूजर एक्सपीरियंस
नोएडा में BSNL का नेटवर्क उपलब्धता अधिकतर समय में अच्छी नहीं रही है, जहां उपयोगकर्ता अक्सर नेटवर्क सिग्नल में समस्या का सामना करते हैं. यह मुद्दा मुख्य रूप से 2G/3G कवरेज के कारण होता है और 4G रोलआउट पूर्ण होने के बाद ही सुधार की उम्मीद है.
आगे का प्लान
BSNL अपने नेटवर्क अपग्रेडेशन पर काम कर रहा है, और जल्द ही 5G तकनीकी सहायता के साथ अपनी सेवाओं का विस्तार करने की योजना बना रहा है. इससे ग्राहकों को आने वाले समय में बेहतर सेवाएं और नेटवर्क कवरेज मिलने की आशा है.