बस की तरह ट्रेन में भी इस उम्र तक के बच्चे फ्री में कर सकते है सफर, नही लेना पड़ता कोई एक्स्ट्रा टिकट
भारत में हर दिन करोड़ों लोग (Railway) रेलवे का उपयोग करते हैं ताकि वे अपने गंतव्य स्थल (Destination) तक पहुंच सकें। यह सफर का सबसे सस्ता (Cheapest) और सुलभ (Accessible) माध्यम माना जाता है, इसी कारण रोजाना इसमें यात्रियों (Passengers) की भारी भीड़ उमड़ती है।
भारतीय रेलवे (Indian Railway) यात्रा को सुगम और सुविधाजनक (Convenient) बनाने के लिए अनेक सेवाएं और नियम प्रदान करता है। यात्रियों के लिए इन नियमों का ज्ञान रखना और उनका पालन करना आवश्यक है।
रेलवे के माध्यम से यात्रा करते समय, सभी जरूरी जानकारी (Information) और दिशा-निर्देशों (Guidelines) का अनुसरण करें ताकि आपकी यात्रा सुखद (Pleasant) और आरामदायक (Comfortable) रहे।
टिकट बुकिंग ऑनलाइन सुविधा का उपयोग
अगर आप (Train) ट्रेन से सफर करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको टिकट (Ticket) बुक करने की आवश्यकता होगी। कुछ रूट्स (Routes) ऐसे होते हैं जहां टिकट मिलना मुश्किल होता है। लेकिन, IRCTC की वेबसाइट (Website) या ऐप (App) के जरिए आप घर बैठे ही आसानी से टिकट बुक कर सकते हैं।
बच्चों के लिए टिकट नियम
अक्सर लोग अपने बच्चों (Children) को साथ लेकर ट्रेन से सफर करते हैं और उन्हें इस बात का संशय रहता है कि क्या बच्चों के लिए भी टिकट लेनी चाहिए? रेलवे ने बच्चों के लिए कुछ विशेष नियम (Rules) बनाए हैं जिनका पालन करना जरूरी है।
जाने पहला नियम
रेलवे के अनुसार, 1 से 4 साल (Years) तक के बच्चों के लिए टिकट लेने की आवश्यकता नहीं होती। इस उम्र के बच्चों के लिए ट्रेन में रिजर्वेशन (Reservation) कराना भी अनिवार्य नहीं है।
दूसरा नियम
यदि बच्चे की उम्र 5 से 12 साल के बीच है, तो उनके लिए टिकट लेना अनिवार्य (Mandatory) है। हालांकि, अगर आप इस उम्र वर्ग के बच्चों के लिए सीट रिजर्व नहीं करवाना चाहते, तो आप हाफ टिकट (Half Ticket) का विकल्प चुन सकते हैं।
तीसरा नियम
5 से 12 साल के बच्चों के लिए हाफ टिकट लेने पर, उन्हें अपने माता-पिता (Parents) के साथ ही सफर करना होता है, और उनके लिए अलग से सीट (Seat) रिजर्व नहीं होती। अगर आप चाहते हैं कि उनके लिए अलग से सीट हो, तो पूरा टिकट लेना होगा।