देशभर में 15 अप्रैल से मोबाइल युजर्स को नही मिलेगी ये सुविधा, सरकार इस फ्री सुविधा को करने जा रही है बंद
डिजिटल युग में जहां एक ओर ऑनलाइन सेवाओं का विस्तार हो रहा है, वहीं ऑनलाइन फ्रॉड के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। सरकार ने इस चुनौती को स्वीकारते हुए, ऑनलाइन धोखाधड़ी से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण और साहसिक कदम उठाया है।
इस कदम के तहत टेलीकॉम विभाग ने एयरटेल, जियो सहित सभी टेलीकॉम कंपनियों को USSD कोड्स के जरिए कॉल फॉरवर्डिंग सेवा को बंद करने का निर्देश दिया है। इंटरनेट के इस युग में जहां ऑनलाइन धोखाधड़ी एक बढ़ती समस्या है, ऐसे में सरकार द्वारा उठाए गए कदम से उम्मीद की एक नई किरण नजर आती है।
इस निर्णय से न केवल ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने में मदद मिलेगी, बल्कि यह लोगों को और अधिक सुरक्षित और जागरूक बनाने की दिशा में भी एक कदम है। अपनी सुरक्षा अपने हाथ में लें और सरकारी निर्देशों का पालन करें।
USSD कोड्स और कॉल फॉरवर्डिंग की भूमिका
USSD कोड्स, जिसे अनस्ट्रक्चर्ड सप्लिमेंटरी सर्विस डेटा कहा जाता है, वह शॉर्ट कोड होते हैं जिन्हें मोबाइल यूजर्स विभिन्न सेवाओं जैसे बैलेंस जाँचने या फोन का IMEI नंबर पता करने के लिए डायल करते हैं।
कॉल फॉरवर्डिंग सेवा जो इन्हीं USSD कोड्स का उपयोग करके सक्रिय की जा सकती है, आपके नंबर पर आने वाले कॉल्स और मैसेज को दूसरे नंबर पर भेज देती है।
स्कैमर्स के निशाने पर आप
फ्रॉडस्टर्स इस सुविधा का दुरुपयोग करके लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। वे खुद को टेलीकॉम सेवा प्रदाता बताकर आपको ऐसे USSD कोड डायल करने को कहते हैं। जिससे आपके नंबर पर आने वाले सभी कॉल और मैसेज उनके नंबर पर फॉरवर्ड हो जाएं। इससे वे आपके बैंक खाते, सोशल मीडिया अकाउंट्स और अन्य संवेदनशील जानकारी तक पहुँच बना सकते हैं।
सरकारी इंतजाम और आपकी सुरक्षा
सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने की दिशा में एक मजबूत पहल है। इस निर्णय के तहत 15 अप्रैल 2024 के बाद USSD-आधारित कॉल फॉरवर्डिंग सेवाएँ बंद हो जाएँगी। इससे फ्रॉडस्टर्स के लिए लोगों को अपना शिकार बनाना मुश्किल हो जाएगा।
आप क्या कर सकते हैं?
इस निर्णय के प्रकाश में मोबाइल फोन यूजर्स को अपने डिवाइस पर कॉल फॉरवर्डिंग सेटिंग्स की जांच करने और यदि *401# डायल करने पर कॉल फॉरवर्डिंग सक्रिय है, तो उसे तुरंत बंद करने की सलाह दी जाती है।
इस पहल के जरिए आप न केवल अपनी जानकारी को सुरक्षित रख सकते हैं। बल्कि ऑनलाइन फ्रॉड के खिलाफ सरकार के प्रयासों का समर्थन भी कर सकते हैं।