home page

Mughal Harem: इस मुगल शहजादी ने मुगल हरम की खोलकर रख दी थी पोल, हरम में जाते ही गायब हो जाती थी खूबसूरत महिलाएं

गुलबदन बेगम जो भारत के पहले मुगल शासक बाबर की बेटी थीं मुगल इतिहास की एक खास पहचान हैं.
 | 
इस मुगल शहजादी ने मुगल हरम की खोलकर रख दी थी पोल
   

Mugal Harm: गुलबदन बेगम जो भारत के पहले मुगल शासक बाबर की बेटी थीं मुगल इतिहास की एक खास पहचान हैं. उनकी पहचान सिर्फ बाबर की बेटी के रूप में ही नहीं बल्कि हुमायूं की सौतेली बहन के रूप में भी प्रसिद्ध है.

घुमक्कड़ राजकुमारी का नाम

गुलबदन बेगम को उनकी यात्राओं के चलते 'घुमक्कड़ राजकुमारी' भी कहा जाता था. वह अक्सर विभिन्न भौगोलिक स्थानों की यात्रा करती थीं जिससे उनके अनुभवों का दायरा बहुत बड़ा था.

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

इतिहास में योगदान

मुगल सम्राट अकबर के कहने पर गुलबदन बेगम ने अपने पिता बाबर और भाई हुमायूं के बारे में लिखा. उनकी लिखावट का प्रयोग अबु फजल द्वारा लिखी गई अकबरनामा में किया गया था.

हुमायूंनामा में वर्णन

गुलबदन बेगम ने 64 साल की उम्र में 'हुमायूंनामा' लिखी, जिसमें उन्होंने हुमायूं की जीवनी के सभी पक्षों का वर्णन किया था. इस ग्रंथ में उन्होंने न केवल राजनीतिक और सैन्य घटनाओं का वर्णन किया बल्कि निजी और पारिवारिक जीवन के दृश्यों को भी चित्रित किया.

मुगल इतिहास पर अनोखी छाप

गुलबदन बेगम वह इकलौती महिला इतिहासकार थीं, जिन्होंने तीन मुगल बादशाहों - बाबर, हुमायूं और अकबर के जीवन का विस्तृत वर्णन किया. उनके लेखन में दरबार से लेकर हरम तक के विवरण शामिल थे, जिसे उन्होंने 'काला राज' के रूप में उजागर किया