टोल टैक्स के पैसे बचाने के लिए वाहन चालकों ने लगाया गजब जुगाड़, NHAI ने लिया बड़ा ऐक्शन
टोल को बचाने के लिए कई ट्रक चालकों ने मिलकर काम किया है। कुछ ट्रक ड्राइवरों और अन्य हेवी ट्रक चालकों ने कारों के फास्टैग लगाकर ट्रक को बचाया है। NHAI को ऐसे मामले मिलने से इसका पता चला।
कुछ ट्रकों ने कारों को फास्टैग लगाकर टोल प्लाजा पार करने की कोशिश की। जब कुछ गिरफ्तार किया गया, तो फर्जीवाड़े का पता चला। NHAI ने इसे रोका है।
एक से अधिक फास्टैग लगा सिस्टम को चकमा
टोल टैक्स चोरी की आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए टोल प्लाजाओं पर सिस्टम हैं, लेकिन कुछ तकनीकी समस्याएं भी रहती हैं, सूत्रों ने बताया। कुछ ट्रक वाले इसका लाभ उठा रहे थे। वे ट्रकों की विंड स्क्रीन पर कार फास्टैग लगा रहे थे। कार और ट्रक दोनों को कम टोल चाहिए।
ट्रकों पर कारों के फास्टैग का उपयोग करने से उन्हें हर चक्कर में लाभ हुआ। टोल टैक्स चोरी से जुड़े कुछ अतिरिक्त मामले भी हैं। इनमें एक्सेस कंट्रोल वाले एक्सप्रेस-वे पर ऐसे मामले मिले जहां फास्टैग एक्सप्रेस-वे से बाहर निकलने से पहले टोल नहीं देता था।
टोल अधिकारियों को ऐसे कई मामले देखकर संदेह हुआ। परीक्षण में पता चला कि कुछ कार चालकों ने एक से अधिक फास्टैग रखे थे। वे एक्सप्रेस-वे में प्रवेश करते वक्त एक अतिरिक्त फास्टैग रखते थे।
लेकिन जब वे एक्सप्रेस-वे से बाहर निकलने के करीब आते थे, तब दूसरा फास्टैग लगा लेते थे। अलग-अलग फास्टैग होने से मशीन एकजुट नहीं हुई। सिस्टम में हुई गड़बड़ी के अनुसार उन्हें निकाला जाता था।
लोग नए-नए तरीके अपना रहे हैं
टोल रोड पर चलने वाले आठ करोड़ से अधिक लोगों को फास्टैग मिल चुके हैं। मल्टीपल फास्टैग और ट्रक कार फास्टैग का इस्तेमाल कर टोल चोरी से हर दिन लगभग 190 करोड़ रुपये मिलते हैं।
यह भी हो सकता है कि कुछ नए तरीके से अभी भी कुछ गाड़ी वाले टोल चोरी कर रहे हों, सूत्रों का कहना है। इससे पहले, टोल प्लाजा पर बैंकों के एजेंट गाड़ी वालों से 100 से 200 रुपये (कभी-कभी इससे भी अधिक) लेते थे।