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अब मोबाइल की तरह बिजली के मीटर मे करवाना पड़ेगा रिचार्ज, प्रदेश में लगेंगे बिजली के प्रीपेड मीटर

मोबाइल की तरह अब घर में भी बिजली रिचार्ज से जलेगी। जल्द ही स्मार्ट मीटर आ जाएंगे। इनमें प्रीपेड व्यवस्था भी होगी। बड़े शहरों में बिजली भी प्रीपेड प्रणाली में उपलब्ध है। अब मध्य प्रदेश में भी इसकी शुरुआत होने जा रही है।
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Electricity Saving Tips (1)
   

मोबाइल की तरह अब घर में भी बिजली रिचार्ज से जलेगी। जल्द ही स्मार्ट मीटर आ जाएंगे। इनमें प्रीपेड व्यवस्था भी होगी। बड़े शहरों में बिजली भी प्रीपेड प्रणाली में उपलब्ध है। अब मध्य प्रदेश में भी इसकी शुरुआत होने जा रही है। इस क्षेत्र में भी जल्द ही सेवा उपलब्ध होगी। यहाँ स्मार्ट मीटर लगने लगे हैं।

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पहले चरण में करीब 50 हजार ग्राहकों के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना है। दूसरे चरण में बाकी सभी ग्राहक शामिल होंगे। फिलहाल स्मार्ट मीटर में कुछ सुविधाएं हैं। बाद में इसे प्रीपेड सिस्टम की तरह बनाया जाएगा, इसमें अतिरिक्त साफ्टवेयर जोड़ा जाएगा।

पहले चरण में इन्हें चुना गया है

स्मार्ट मीटर लगाना शुरू हो गया है। पहले चरण में 50 हजार ग्राहक चुने गए हैं। इसमें शहरी उपभोक्ता हैं। शहर संभाग, त्योंथर और चाकपाट के कस्बाई क्षेत्रों में उपभोक्ताओं के मीटर स्मार्ट किए गए हैं।

इन सभी मीटरों को स्मार्ट बनाने के बाद कस्बों को दूसरे बरण में स्थानांतरित किया जाएगा और लक्ष्य किया जाएगा।

फिलहाल इन्हें रखा गया है दायरे से बाहर

स्मार्ट मीटर की दौड़ में सिर्फ रेग्यूलर बिल भरने वाले ग्राहक शामिल हैं। उपभोक्ताओं के भरोसे पर विद्युत विभाग काम कर रहा है। यह देखते हुए, रेल प्रशासन कुछ सुविधाएं प्रदान करना अच्छा है।  

इसमें छोटे ग्राहक नहीं हैं। झुग्गी झोपड़ी वाले दूर हैं। इसके अलावा, पहले चरण में ग्रामीण इलाकों को भी नहीं शामिल किया गया है।

सिर्फ 5 हजार ही लग पाए हैं स्मार्ट मीटर

रीवा जिले में सिर्फ पांच हजार मीटर लगाए जा सकते हैं। यह स्थिति स्मार्ट मीटर लगाने के खिलाफ है। लोग स्मार्ट मीटर को लेकर बहुत भ्रांत हैं। मीटर को अधिक स्पीड में चलाने की गलत सूचनाओं के कारण लोग इसका विरोध करने लगे हैं।

विद्युत विभाग ने उपभोक्ताओं को दी है यह सुविधा

स्मार्ट मीटर लेकर जो लोगों में फैल गया है। अब उपभोक्ताओं को इसे दूर करने का अवसर विद्युत विभाग ने दिया है। ऐसा लगता है कि स्मार्ट मीटर में अधिक रीडिंग आ रही है।

इसलिए पुराने मीटर को भी पैरलर लगे रहना चाहिए। उपभोक्ता पेरलर मीटर और स्मार्ट मोटर दोनों में रिडिंग को मिलान करके निर्णय ले सकेंगे।

स्मार्ट मीटर के यह हैं फायदे

स्मार्ट मीटर में कई लाभ हैं। स्मार्ट में डालने के बाद, मीटर रीडरों को घर पर नहीं जाना पड़ेगा। उपभोक्ताओं को हर दिन चपत देखने को मिलेगी। मोबाइल सौधे तौर पर स्मार्ट मीटर से जुड़े होंगे।

बिल नहीं देने पर अलग से कनेक्शन काटने की आवश्यकता नहीं होगी। नियंत्रण कक्ष से ही कनेक्शन डिस्कनेक्ट किया जाएगा। यह भी इसी स्मार्ट मोटर पीपेड सिस्टम में चालू होगा।