home page

अब फोन की तरह बिजली मीटर में भी करवाना पड़ेगा रिचार्ज, पैसे खत्म होते ही बिजली हो जाएगी गुल

मार्च से बिजली वितरण कंपनी कोरबा सर्किल के लगभग 1.25 लाख घरेलू उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाएंगे।
 | 
korba-prepaid-meters-will-installed-month-march
   

मार्च से बिजली वितरण कंपनी कोरबा सर्किल के लगभग 1.25 लाख घरेलू उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाएंगे। सरकारी कार्यालयों में भी पुराने मीटर बदले जाएंगे और नए स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाएंगे। निर्देशों के अनुसार इन उपभोक्ताओं के बिजली बिल का भुगतान किया जाएगा। इसकी नियमावली राज्य बिजली नियामक आयोग द्वारा बनाई जा रही है।

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

वितरण कंपनी के कोरबा सर्किल में 200 करोड़ से अधिक का बकाया है, जो अभी तक वसूल नहीं हुआ है। तुलसी नगर, पाड़ीमार और दर्री क्षेत्रों में बिजली वितरण कंपनी ने शहरी क्षेत्र को तीन डिवीजनों में विभाजित किया है। कटघोरा डिवीजन को नगर और ग्रामीण संभागों में विभाजित करने के बाद बचे हुए हिस्से को ग्रामीण क्षेत्रों में शामिल किया गया है।

पुराने मीटर को बदलकर लगेगा प्री-पेड मीटर

वितरण कंपनी ग्राहकों को एक महीने की बिजली देने के बाद बिल थमाकर पैसे जमा करती है। यही कारण है कि मीटर लगाते समय उपभोक्ताओं से सुरक्षा निधि ली जाती है, और अक्टूबर महीने के बिल में बिजली की सालाना खपत बढ़ने पर सुरक्षा निधि पर अतिरिक्त ब्याज लिया जाता है। वितरण कंपनी ने मार्च से पुराने बिजली मीटर को बदलकर स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने की योजना बनाई है।

यह ठेके पर किया गया है। उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर मिलने पर बिजली का उपयोग करने से पहले मोबाइल की तरह रिचार्ज करना होगा। तब ही वे बिजली का उपयोग कर सकेंगे। रिचार्ज समाप्त होने पर पावर गिर जाएगा। बिजली उपभोक्ताओं का बकाया भुगतान करना सबसे बड़ी चुनौती है। सरकारी विभागों के दफ्तरों में लगभग 55 करोड़ रुपये के बिजली बिल बकाया हैं।

यह होगी सहूलियत

1 Prepaid मीटर आने पर बकायादारों की संख्या कम होगी।
2 बिजली बिल भुगतान करने और सुधार कराने के लिए दफ्तर को घूमना नहीं पड़ेगा।
3 मीटर पढ़ते समय रीडर की जरूरत नहीं होगी।
4 कंपनी बिजली खपत का लाइव डाटा देख सकेगी।

बिजली नियामक आयोग एक नियमावली बना रहा है, बकौल पीएल सिदार, बिजली वितरण कंपनी कोरबा सर्किल के अधीक्षण अभियंता। लेकिन अभी इसे जारी नहीं किया गया है। यह गाइडलाइन उपभोक्ताओं से बिजली बिल की बाकी रकम वसूलेगी। मार्च से एक वितरण कंपनी ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का ठेके पर काम शुरू किया है।