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यूपी में अब बिजली चोरी का सोचने वालों की अब खैर नही, मीटर में इस डिवाइस के लगते ही कंट्रोल रूम में पहुंच जाएगा मैसेज

बिजली विभाग द्वारा बिजली चोरी को रोकने के लिए एक नई और अभिनव पहल की शुरुआत की गई है। इस पहल के तहत विद्युत विभाग वर्तमान में लगे पारंपरिक मीटरों को हटाकर उनके स्थान पर नए प्रीपेड स्मार्ट मीटर....
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बिजली विभाग द्वारा बिजली चोरी को रोकने के लिए एक नई और अभिनव पहल की शुरुआत की गई है। इस पहल के तहत विद्युत विभाग वर्तमान में लगे पारंपरिक मीटरों को हटाकर उनके स्थान पर नए प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने जा रहा है।

यह नई प्रणाली उपभोक्ताओं को अपनी बिजली खपत को पूर्व भुगतान करने और उसके अनुसार ही बिजली का उपयोग करने की सुविधा प्रदान करेगी।

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शहरी क्षेत्रों में सर्वे का आयोजन

विद्युत विभाग ने इस योजना को लागू करने के लिए पहले चरण में शहरी क्षेत्रों में एक बड़े स्तर पर सर्वे आयोजित किया है। इस सर्वे का मुख्य उद्देश्य उन उपभोक्ताओं की पहचान करना है।

जिनके यहां नए प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। सर्वे के समापन पर तत्काल प्रभाव से मीटर बदलने का कार्य आरंभ कर दिया जाएगा।

तकनीकी उन्नति के साथ बिजली चोरी में कमी

प्रीपेड स्मार्ट मीटर अत्याधुनिक तकनीक से लैस होंगे जिसके चलते मीटर में बाइपास और छेड़छाड़ करके की जा रही बिजली चोरी के मामले नगण्य हो जाएंगे।

यदि कोई उपभोक्ता इस प्रकार की चोरी का प्रयास भी करेगा तो संबंधित सूचना सीधे विभाग के कंट्रोल रूम को प्राप्त हो जाएगी। इस प्रणाली से बिजली की चोरी रोकने में महत्वपूर्ण सफलता मिलने की उम्मीद है।

उपभोक्ता के लिए सुविधाजनक और पारदर्शी प्रणाली

प्रीपेड स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को उनकी बिजली खपत पर अधिक नियंत्रण मिलेगा। उपभोक्ताओं को प्रीपेड मोबाइल रिचार्ज की भांति अपने मीटर को रिचार्ज कराने की सुविधा मिलेगी।

जिससे वे अपने उपयोग के अनुसार ही बिजली का भुगतान कर सकेंगे। इससे उपभोक्ताओं को अपनी बिजली खपत पर नजर रखने और उसे नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।

गलत बिलिंग और मीटर रीडिंग की समस्याओं समाप्त

स्मार्ट मीटर के लगने से गलत बिलिंग और मीटर रीडिंग की समस्याएं समाप्त हो जाएंगी। चूंकि ये मीटर उपभोक्ताओं के मोबाइल फोन से जुड़े होंगे इसलिए बिजली की खपत और शेष राशि की जानकारी सीधे उपभोक्ता के मोबाइल पर उपलब्ध होगी।

इससे उपभोक्ताओं को अपने बिजली के बिलों की सटीक जानकारी मिल सकेगी और वे किसी भी तरह की गलतियों के लिए तुरंत शिकायत दर्ज कर सकेंगे।